जौनपुर (24 जून)। शाहगंज राजकीय पुरुष चिकित्सालय के सरकारी आवास में रविवार की रात लूटपाट की नियत से आए बदमाशों ने लैब टेक्नीशियन की हत्या कर सामान लूटकर फरार हो रहे थे कि सरकारी कॉलोनी के कर्मचारियों ने एक बदमाश को पकड़ लिया जबकि उसके दो साथी भागने में सफल हो गये। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल की जांच पड़ताल की और एक बदमाश को पकड़ कर थाने लाई। रात में ही मौके पर सूचना पाकर सीएमओ सहित प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंच गए थे।
जनपद बलिया के निवासी अजय कुमार शाहगंज राजकीय पुरुष चिकित्सालय के लैब में टेक्नीशियन पद पर तैनात हैं। अस्पताल परिसर के सरकारी आवास के तीसरे तल पर रहते हैं। रविवार की रात 11 बजे तीन की संख्या में बदमाश एक बोरी, एअर बैग एवं ब्रीफकेस लेकर जाते समय नीचे रहने वाले कर्मचारियों के परिजनों ने देखा तो संदिग्धों को रोक लिया।
संदिग्ध बदमाश भागने लगे तो महिला, बच्चे कर्मचारी शोर मचाना शुरु कर दिया। जिस पर जुटे आसपास के कर्मचारियों ने पकड़े गए युवक को दबोच लिया और जमकर लात घुसे से पिटाई किया पता चला कि यह लूट कर सामान लेकर भाग रहे हैं कॉलोनी के लोगों ने सूचना कोतवाली पुलिस को दिया मौके पर पहुंची पुलिस ने पकड़े गए बदमाश को हिरासतत में लेकर कोतवाली भेजा। मौके पर पहुंचे उपनिरीक्षक एसपी वर्मा ने पकड़े गए बदमाशों की निशानदेही पर सरकारी आवास के तीसरे महले पर पहुंचा। तो यह कमरा लैब टेक्नीशियन का था कमरे में आगे से ताला बंद था। ताला तोड़कर पुलिस जब अंदर घुसी उसमें लैब टेक्नीशियन अजय कुमार का शव बिस्तर पर पड़ा मिला। कमरे का पूरा सामान बिखरा रहा। मृतक के मुंह से खून व गले पर निशान मिला। एस आई ने घटना की सूचना कोतवाली को दिया तो कोतवाल समेत क्षेत्राधिकारी मौके पर पहुंचकर मौके का मुआयना किया। सीओ अजय कुमार श्रीवास्तव ने जिला मुख्यालय के अधिकारियों को सूचना देकर डाग स्क्वायड व फारेंसिक टीम को बुलाने की बात कही।
पुलिस रात भर जनता को बेवकूफ बनाने में लगी रही।
सरकारी कॉलोनी के लोगों के जेहन से यह बात हजम नहीं हो पा रही थी कि जब हत्या के बाद लूटकर लौटकर जा रहे बदमाशों में से एक को पकड़ा गया है तब डाग स्क्वायड की क्या जरूरत। पकड़ा गया बदमाश ही सभी आरोपियों की पहचान करा देगा। लेकिन कालोनी के लोग कहते फिर रहे थे कि पुलिस जनता को बेवकूफ बनाने में लगी है।
शाहगंज कांड से दुखी हैं जनपद की सीएमओ
जौनपुर सीएमओ रामजी पांडे ने कहा कि अस्पताल के कर्मचारियों को सुरक्षा नहीं मिली तो बंद कर देंगे अस्पताल।