जौनपुर(23जून)। महराजगंज क्षेत्र के चरियाही गांव में चार दिन पूर्व मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला की कुँए में गिरी मिलने के बाद भी जिंदा रही लेकिन भूख प्यास से हालत गंभीर हो गई थी। महिला की कुएं में 4 दिन बाद मिलने की खबर पर लोगों ने कहा कि “जाको राखे साइयां मार सके ना कोई बाल बांका कर न सके जो जग बैरी होय।”
बताया जाता है कि चरियाही गांव की पारसनाथ यादव की नातिन सुनीता देवी मानसिक रूप से विक्षिप्त है। बीते 19 जून को वह घर से निकलकर गांव में घूम रही थी कि एक निर्जन स्थान पर स्थित कुएं में गिर गई। जिसके कारण कुएं में पड़ी रही। 35 फीट गहरा होने से कुएं से उसकी आवाज ही बाहर नहीं निकल पाई थी रही थी।
परिजनों ने महिला का खोजबीन किया किन्तु वह नहीं मिली। शनिवार देर शाम उक्त गांव के रामनाथ की नजर कुँए में पड़ी तो उन्होंने कुएं में एक महिला को देखा तो आसपास के ग्रामीणों को बुलाया जिसकी पहचान सुनीता देवी के नाम से हुई। इसकी सूचना परिजनों को दी गई। रस्सी व ग्रामीणों की मदद से महिला को बाहर निकाला गया। चार दिन तक भूखी प्यासी कुएं में पड़ी रहने के कारण हालत दिनों-दिन बिगड़ गई थी। परिजनो ने सीएचसी इलाज हेतु ले गये जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे बीएचयू रेफर कर दिया गया।