जौनपुर (21जून)। गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के धर्मापुर बिकास खण्ड के कुरेथू गांव में चकबंदी करने पहुंची चकबंदी अधिकारियों के सामने महिला पुरुषों ने जमकर नारेबाजी करते हुए चकबंदी कार्य बंद करने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया जिससे चकबंदी अधिकारी बैरक वापस लौट गए। चकबंदी कराने को लेकर गांव के दो गुटों में तनाव का माहौल व्याप्त हो गया है।
बताया जाता है कि मुफ्तीगंज विकासखंड के कुरेथू गांव में चकबंदी होना है। चकबंदी कराने के लिए गांव में दो गुट है। जिसमें एक गुट चाहता है कि चकबंदी ना हो तो दूसरा गुट चकबंदी कराने के लिए बार-बार अधिकारियों के यहां दौड़ लगाता रहता है। इसी वजह से शुक्रवार को चकबंदी अधिकारी गांव में चकबंदी करने के लिए पहुंचे। चकबन्दी कार्य शुरू करने से पहले अधिकरियो को पुनः एक बार टीम लेकर पुनः वापस जाना पड़ा जब गांव के किसान और सैकड़ो की संख्या में महिलाएं चकबन्दी का बिरोध करते हुए नारेबाजी करने लगी। इस दौरान गांव में भारी संख्या में पुलिस और पीएससी बल भी मौजूद रही इसके बावजूद विरोध के चलते चकबन्दी का कार्य शुरू नही हो सका।
सम्बंधित अधिकारियो ने गांव में दोनों पक्षो में बैठक की और किसानो को आश्वासन दिया की किसी भी किसानों का पैमाईश दौरान अहित नही होगा। इस प्रक्रिया में किसी प्रकार की धांधली नही की जायेगी। ज्ञात हो की वर्ष 2018 जून माह में गांव में कब्जा परिवर्तन का कार्य शुरू किया गया जिसका 170 किसानों ने बिरोध किया किसानो का आरोप है की गांव के कुछ लोगो के इशारे पर चकबन्दी विभाग ने कटौती कर जमीन का लाभ कुछ गिने चुने लोगो को दिया है। जबकि गांव में चकबन्दी प्रक्रिया में धांधली की जा रही है। कुरेथू गांव की 90% खेती नहर पर आश्रित है। जबकि बिभाग द्वारा सिंचाई हेतु कोई नाली नही दी गयी। न ही सामूहिक स्थान के लिए जमीन नही छोड़ी गयी है। गांव में कोई चकरोड मार्ग दस कड़ी से ज्यादा नही है और जबरन कब्जा परिवर्तन करवाया जा रहा है। इन्हीं सब को लेकर ग्रामीणों ने जमकर बिरोध किया। ग्राम प्रधान राजदेव एवं चकबन्दी सीओ किर्तापुर अलोक त्रिपाठी, सीओ शाहगंज रामतिलक, थाना निरीक्षक गौराबादशाहपुर बिजय कुमार चौरसिया नेतृत्व में घंटो चली बैठक में अधिकारियो ने पुनः हस्ताक्षर युक्त प्रार्थना पत्र लिया और आश्वाशन दिया की किसानों की सभी समस्या के निराकरण के उपरांत ही कब्जा परिवर्तन का कार्य किया जायेगा। वही दूसरे पक्ष के लोगों ने बताया कि गांव में चकबन्दी कराने हेतु कोर्ट का आदेश कराया गया है। चकबन्दी का बिरोध कर रहे किसानो को पुनः एक हफ्ते का समय दिया गया है। इस अवसर उमा सिंह, उर्मिला देवी, निशा सिंह, सबिता, संता देवी, सुमन देवी, गीता देवी, शीला देवीं, प्रभावती, गामा यादव, मनोज सिंह, लाले यादव, प्रकाश यादव, लालबहादुर, समर बहादुर यादव, ओम प्रकाश सिंह, चंद्रभूषण सिंह, रोहित सिंह, आदि किसान मौजूद रहे।
चकबंदी कार्य रोकने पर प्रधान समेत 100 से अधिक ग्रामीणों पर हुआ मुकदमा
चकबन्दी विभाग के सीओ आलोक त्रिपाठी की तहरीर पर पुलिस ने कुरेथू के प्रधान राजदेव, गजराज उर्फ गामा, मनोज सिंह, लाल बहादुर यादव सहित सैकड़ों ग्रामीणों के खिलाफ सरकारी काम मे अवरोध व बलवा का मुकदमा पुलिस ने दर्ज किया है।