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जौनपुर। मछलीशहर में अधिवक्ता ने किया आत्मदाह का प्रयास, स्थगन आदेश के बाद भी भूमि पर मनबढ़ ने किया कब्जा 

अधिवक्ताओं ने तहसील की नारेबाजी, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट का घेराव 

जौनपुर (5अप्रैल)। मछलीशहर तहसील क्षेत्र मोलनापुर निवासी अधिवक्ता का दीवानी न्यायालय से यथास्थिति कायम रखने के आदेश के बावजूद अपनी भूमिधरी जमीन पर कब्जा किए जाने से नाराज अधिवक्ता अवनींद्र दुबे ने शुक्रवार को आत्मदाह करने का प्रयास किया। परिवार के लोगों तथा अधिवक्ताओं द्वारा हस्तक्षेप करने के कारण आत्मदाह का प्रयास विफल हो गया। घटना से आक्रोशित अधिवक्ताओं ने तहसील में जुलूस निकालकर नारेबाजी की। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट का घेराव किया। मामले में एसडीएम, सीओ, तहसीलदार, कोतवाल की उपस्थिति में वार्ता के दौरान जमीन को कुर्क करने तथा जबर्दस्ती कब्जा करने के आरोपी के विरुद्ध कार्यवाही करने के आश्वासन के बाद मामला शान्त हुआ।
मोलनापुर गांव निवासी अधिवक्ता अवनींद्र दूबे की कस्बा घिसुआखास में भूमिधरी आराजी है। अधिवक्ता का आरोप है दीवानी न्यायालय के द्वारा मौके पर यथास्थिति बनाये रखने के आदेश के बावजूद भी मीरपुर खास निवासी राजू पुत्र लालजी आदि बुद्धवार की रात से ही उक्त भूमि पर भवन निर्माण शुरु कर दिए। इसी बीच जब अधिवक्ता ने कोतवाल पर्व कुमार सिंह को फोन किया तो आरोपी को हिरासत में लिया गया। फिर हिदायत देने के बाद छोड़ दिया। अधिवक्ताओं ने गुरुवार को तहसील में हंगामा किया तो मजिस्ट्रेट सत्य प्रकाश, तहसीलदार केके मिश्रा, लेखपाल प्रमोद श्रीवास्तव मौके पर जाकर निर्माण कार्य से विपक्षी को मना किया तथा कोतवाल ने उसे हिरासत में लिया। कोई अधिवक्ता जब आरोपी राजू की जमानत कराने के लिये तैयार नहीं हुआ तो ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने आरोपी से निर्माण नहीं करने का लिखित आश्वासन लेकर सशर्त जमानत देने के लिये अधिवक्ताओं को देर शाम सहमत कर लिया। आरोपी को जमानत पर छोड़ दिया गया । राजस्व अधिकारियों और कोतवाली पुलिस के मना करने के बावजूद भी विपक्षी ने फिर रात में निर्माण शुरु कर दिया । विपक्षी की मनबढई और प्रशासन की निष्क्रियता से नाराज आकर न्याय मिलने की उम्मीद छोड़कर अधिवक्ता ने शुक्रवार को अधिवक्ता संघ को प्रार्थना पत्र देकर आत्मदाह करने की घोषणा कर दिया। आत्मदाह करने की जानकारी होते ही राजस्व प्रशासन व पुलिस के हाथ पैर फूलने लगे। सुबह जैसे ही तहसील परिसर में मिट्टी का तेल लेकर पहुंचे अधिवक्ता द्वारा आत्मदाह करने की तैयारी की जा रही थी कि मौके पर पहुंचे परिजन व अधिवक्ताओं ने समझा बुझाकर रोक लिया। आक्रोशित अधिवक्ताओं ने तहसील में जमकर प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी किया और ज्वाइंट मजिस्ट्रेट का घेराव किया । अधिवक्ताओं का प्रतिनिधि मंडल संघ के अध्यक्ष सुरेश बहादुर सिंह, महामंत्री संजीव चौधरी, दिनेश चन्द्र सिन्हा, यज्ञ नरायन सिंह, केदार नाथ यादव, सुरेन्द्र मणि शुक्ला, सरजू प्रसाद विन्द के साथ ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सत्य प्रकाश , तहसीलदार केके. मिश्रा, सीओ विजय सिंह, कोतवाल पर्व कुमार सिंह की उपस्थिति में घंटों वार्ता चली। अधिवक्ताओं द्वारा मांग की गई कि विवादित जमीन कुर्क की जाए तथा आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाय। इस पर दोनों पक्षों ने सहमति व्यक्त की तब जाकर मामला शान्त हुआ।

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