जौनपुर(4अप्रैल)। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की लापरवाही के कारण एक सप्ताह के भीतर दूसरी परीक्षा में गड़बड़ी हुई। पहली बार 28 मार्च को पहली पाली की परीक्षा में विवि के परीक्षा विभाग ने बीए प्रथम वर्ष अर्थशास्त्र विषय के लिफाफा में बीए द्वितीय वर्ष हिन्दी प्रथम प्रश्नपत्र का पेपर भर कर भेजा दिया था। लिफाफा खुलने पर हंगामा जरूर मचा, लेकिन विवि प्रशासन यह कहते हुए मामला शांत करा दिया कि परीक्षा दूसरे कैच नंबर के पेपर उसी तिथि पर कराई जाएगी। और बीए द्वितीय वर्ष हिन्दी प्रथम प्रश्नपत्र की परीक्षा दूसरे कैच नंबर के पेपर से कराई गई। गुरुवार एक बार फिर विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही उजागर हुई और बीएससी प्रथम वर्ष प्राणि विज्ञान के द्वितीय प्रश्न पत्र में बीएससी द्वितीय वर्ष के प्रथम प्रश्न पत्र के पाठ्यक्रम से सवाल पूछ लिया। जिसके कारण सुबह की पाली में परीक्षा के दौरान अफरा तफरी मच गई थी। जानकारी होने के बाद विवि प्रशासन ने परीक्षा निरस्त कर दिया। 4 अप्रैल की निरस्त परीक्षा को 16 अप्रैल को कराने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने तिथि घोषित कर दिया है। विश्वविद्यालय की परीक्षा बार-बार निरस्त होने से न केवल छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है बल्कि विश्वविद्यालय छबि भी धूमिल हो रही है। परीक्षा नियंत्रक डा. राजीव कुमार का कहना है कि विषय विशेषज्ञ से मामले की जांच कराई जाएगी की गड़बड़ी किस स्तर से हुई है।