इस रूट पर बदले जाएंगे 33 मेन सिंगनल और 11 शंट सिंगनल
जघंई(15मार्च)। लखनऊ-वाराणसी वाया रायबरेली रेल लाइन के विद्युतीकरण में बाधा बने पुराने सिंगनल को बदलने के लिए नॉन इंटरलॉकिंग (एनआई) की काम होने के कारण 15 से 19 मार्च तक जौनपुर रायबरेली इण्टरसीटी और लखनऊ-वाराणसी इंटरसीटी ट्रैफिक ब्लॉक किए जाने के कारण निरस्त की गयी है।
वाराणसी – प्रतापगढ रेलवे रुट पर रायबरेली रेलवे स्टेशन और आसपास लगे 44 पुराने सिगनलों को बदल कर कलर लाइट सिगनल लगाया जाना है। इस काम के लिए नॉन इंटरलॉकिंग की अनुमति का इंतजार था। कलर लाइट सिगनल लगने के बाद लखनऊ-वाराणसी खंड की सिंगल रेल लाइन इलेक्ट्रिक हो जाएगी। जिस पर मुख्य संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) की निगरानी में ट्रायल की प्रक्रिया पूरी होगी। इसके बाद इलेक्ट्रिक इंजन से गाड़ियां फर्राटा भरने लगेंगी। एनआई की हरी झंडी मिलते ही रेल विकास निगम लिमिटेड के लखनऊ और दिल्ली से आए अधिकारियों एवं कर्मचारियों की टीम ने रायबरेली स्टेशन पर पहुंचकर गुरुवार को बैठक करके सिगनल बदलने के लिए रणनीति तय करेगा। नान इंटरलॉकिंग के दौरान पांच दिन तक रेलवे ट्रैफिक प्रभावित रहेगा। इसमें शुरुआती चार दिन चार-चार घंटे तो अंतिम दिन आठ घंटे का ट्रैफिक ब्लॉक लिया जाएगा। 15 से 18 मार्च तक रोजाना सुबह 10 से 12 बजे तक और फिर दोपहर 1.30 बजे से 3.30 बजे तक ट्रैफिक ब्लॉक रहेगा। 19 मार्च को सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक ट्रैफिक ब्लॉक रहने से इस दौरान कोई भी गाड़ी नहीं गुजरेगी। जिसके कारण जंघई स्टेशन से होकर गुजरने वाली 14201 और 14202 रायबरेली-जौनपुर इंटरसीटी एक्सप्रेस व 14219 और 14220 वाराणसी-लखनऊ इंटरसीटी एक्सप्रेस। 15 से 19 तक निरस्त कर दी गयी है। 12875 और 12876 नीलांचल एक्सप्रेस (वाया कानपुर-इलाहाबाद), 14207-14208 पद्मावत एक्सप्रेस (वाया सुल्तानपुर), 12355- 12356 अर्चना एक्सप्रेस (वाया फैजाबाद) के रास्ते चलाई जा रही है। रायबरेली यार्ड को रेल प्रशासन ने 15 से 19 मार्च तक नान इंटरलॉकिंग की अनुमति दी है। इस दौरान रायबरेली यार्ड में लगे 33 मेन सिंगनल और 11 शंट सिंगनल बदले जाएंगे। इसके बाद इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रायल कराकर श्रीराज नगर से गौरीगंज तक मुख्य संरक्षा आयुक्त निरीक्षण की हरी झंडी देंगे। जो इसी महीने प्रस्तावित है। यह जानकारी जगन्नाथ मिश्रा प्रबंधक आरवीएनएल लखनऊ ने दी।