जौनपुर (08मार्च)। मड़ियाहूँ कोतवाली क्षेत्र के जौंगीपुर गांव में राम जानकी मंदिर के महंत की संदिग्ध परिस्थितियों में शुक्रवार को अलसुबह मौत हो गई। घटना की सूचना पांच घंटे बाद पुलिस को मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव का निरीक्षण किया। शरीर पर किसी तरह की चोट के निशान नहीं पाएंगे संतोष व्यक्त किया। पुलिस से ग्रामवासियों ने कहा जब तक महंत की परिवार नहीं आ जाता तब तक शव का क्रिया कर्म नहीं किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार महंत रामदास ग्राम सुनहरा जनपद लखनऊ के निवासी थे। अयोध्या से आकर 44 वर्ष से लगातार मड़ियाहूं थाना के रामजानकी मंदिर जौंगीपुर में रह रहे थे। शुक्रवार की सुबह गांव के नंदलाल पुत्र जयदेव टहलते हुए मंदिर पर पहुंचे तो दरवाजा बंद होने के कारण दरवाजा खटखटाया नहीं खुलने पर हाथ डालकर कुंडी को खोल कर अन्दर प्रवेश किया तो देखा तख्त पर महन्त लेटे हुए थे। जब मैंने उन्हें जगाना चाहा तो उनकी मृत्यु हो गरीब थी। जिसकी सूचना जमीन के मुकदमा देख रहे अधिवक्ता उदय राज यादव को फोन पर दिया। तब अधिवक्ता ने महंत के शिष्य राम मूरत पटेल पुत्र रामलखन पटेल निवासी राजापुर नंबर एक को मृत्यु की जानकारी दिया। तब महंत के शिष्य ने दोपहर एक बजे थाना मडियाहूं को सूचना दिया। सूचना पर जांच पड़ताल के बाद मौके पर सब इंस्पेक्टर सुभाष यादव ने कहा कि जब तक महंत का परिवार आ नहीं जाता। तब तक लाश यहां से नहीं उठाया जाएगा। परिवार के संस्सुति पर आगे की कार्यवाही की जायेगी। समाचार लिखे जाने तक महंत की भतीजी पुष्पा देवी मौके पर पहुँच चुकी थी पूरे परिवार निर्णय आगे की कार्यवाही होगा।
मृतक पुजारी राधा कृष्ण की मूर्ति चोरी का था वादी
विगत सप्ताह इसी मंदिर से अष्ठधातु की राधा कृष्ण की मूर्ति चोरी हो गई थी। जिसकी प्राथमिक कोतवाली मड़ियाहूँ में दर्ज कराया था। पुलिस अभी तक मूर्ति बरामद नहीं कर सकी थी। महंत रामदास का ग्राम राजापुर न0 1 निवासी सीताराम हरिजन से मंदिर की 14 बीघे जमीन का विवाद भी दीवानी न्यायालय में चल रहा था। नाम न छापने की शर्त पर ग्रामीणों ने बताया कि जब अष्ठधातु की मूर्ति चोरी को लेकर गांव के कुछ नवयुवक महंत को धमकी दे रहे थे ।