भदोही(23फर.)। चौरी थाना क्षेत्र के भदोही कपसेठी मार्ग पर रोटहां गांव निवासी इरफान मंसूरी के मकान में सुबह ब्लास्ट के धमाके हुए। धमाके से समूची चौरी क्षेत्र में भूकंप जैसी स्थिति से दहल गयी। बम ब्लास्ट की सुचना की खबर पर जो जिधर था घटनास्थल की ओर चल दिया।
रोटहां गांव निवासी इरफान मंसूरी पटाखों को बेचने और बनाने का काम करता था। उसने अपने मकान में ही पटाखों की दुकान भी खोल रखी थी। इसी मकान के पिछले हिस्से में कालीन बुनाई का कारखाना चलता था। शनिवार को सुबह 11:40 बजे मकान में भीषण विस्फोट हो गया। जिसमें कारोबारी इरफान (28) और काम कर रहे नौ बुनकरों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि एक वृद्धा और एक बालक समेत तीन लोग घायल हो गए। विस्फोट इतना भीषण था कि पड़ोसी मुदस्सिर का दो मंजिला मकान तिनके की तरह बिखर कर ध्वस्त हो गया। और विस्फोट से शवों और मकान में मौजूद लोगों के चिथड़े 400 मीटर दूर तक उड़कर गिरे पड़े मिले। आसपास के कई मकानों के शीशे ताश के पत्ते की तरह छिटक गए। सड़क के पार स्थित 10 फ़ीट ऊंची चहारदीवारी भी भरभराकर गिर गई।
एक घायल बुनकर को वाराणसी के बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि लूम में काम करने वाले ज्यादातर बुनकर बंगाल के रहने वाले थे। अभी तक मृत बुनकरों के नाम और पते की पुष्टि नहीं हो सकी है। पुलिस सभी मृतकों की शिनाख्त करने का प्रयास कर रही है।
जबकि इस सम्बंध में डीआईजी मिर्जापुर पीयूष श्रीवास्तव का दावा है कि रोटहां गांव में पटाखों का कारोबार और लूम का काम होता था। कुल 10 लोग की मृत्यु हो गयी है। घायलों का इलाज कराया जा रहा है। इस मामले की छानबीन के लिए स्पेशल टीम को बुलाया गया है। तहकीकात के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि ये विस्फोट कैसे हुआ है। फिलहाल मलबे से शव निकालने का कार्य खत्म हो चुका है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मौके पर कारोबारी के अलावा उसका सगा भाई आदिल और 12 बंगाली मजदूर के अलावा एक ग्रामीण अंदर था। जिसमें ग्रामीण और सगा भाई का पता नहीं चल पा रहा है जिसे खोजा जा रहा है। बंगाली मजदुर कालीन कारखाने में बुनाई का काम कर रहे थे। जिनमें से अभी भी कई बुनकरों का पता अब तक नहीं चल पाया है। लगता है विस्फोट से चीथड़े भी गायब हो गए हो गया है।