जौनपुर। मड़ियाहूं क्षेत्र के किशुनपुर गांव में अंबेडकर जयंती पर अराजक तत्वों ने उनके चित्र पर मोबिल जैसी कालिख पोतकर अशांति फैलाने का कुत्सित प्रयास किया गया लेकिन पुलिस प्रशासन की मौके पर पहुंच जाने से स्थिति शांतिपूर्ण बनी रही। इसके बावजूद अंबेडकर प्रेमियों में तनावपूर्ण शांति गांव में बनी हुई है।

मड़ियाहूं कोतवाली क्षेत्र के सोमवार की दोपहर किशनपुर गांव में संविधान रचयिता बोधिसत्व डॉ भीमराव अंबेडकर की जहां लोग जयंती मनाने का कार्य कर रहे थे वही प्राइमरी स्कूल किशनपुर में दीवाल पर बनाए गए अंबेडकर जी के चित्र पर किसी अराजक तत्व ने कालीख पोत दिया। जिसकी खबर अंबेडकर जयंती मना रहे लोगों में फैली तो लोग विद्यालय पर पहुंचे, धीरे-धीरे सैकड़ो की संख्या में अंबेडकर जी को चाहने वाले जुट गए। कालीख पोतने की घटना को लेकर लोगों में तनाव व्याप्त हो गया। यह सूचना प्रशासन के लोगों को किसी तरह जानकारी दिया गया तो अंबेडकर जयंती पर इस घटना को सुनकर प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। जिसके बाद घटनास्थल पर मड़ियाहू कोतवाल, मड़ियाहू उप जिलाधिकारी समेत एडिशनल एसपी ग्रामीण शैलेंद्र कुमार सिंह भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। दीवाल पर लगे मोबिल जैसे कालिख को धुलवाया गया। उसी में किसी ने प्रशासन से कहा कि दलित बस्ती के लोगों द्वारा गांव के प्रवेश द्वार पर अंबेडकर प्रतिमा लगाया जा रहा है जिसके कारण गांव में नाराजगी व्याप्त है। इसी का फायदा उठाते हुए अराजक तत्वों ने अंबेडकर जी के चित्र पर कालीख लगाया है। यह सुनते ही प्रशासन ने लोगों से बातचीत के जरिए प्रवेश द्वार से अंबेडकर प्रतिमा को हटवाया और चित्र पर लगे कालिख को धुलवाया तब जाकर लोगों में शांति दिखाई पड़ा। एसपी ग्रामीण शैलेंद्र कुमार सिंह ने फोर्स के साथ गांव में पैदल मार्च किया लेकिन घटना को लेकर गांव में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है।