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जौनपुर। मड़ियाहू नगर में विधायक को बदनाम करने की साजिशकर्ता को ढूंढ़ेगे अपना दल एस कार्यकर्ता

जौनपुर। जिले के मड़ियाहू विधानसभा क्षेत्र में जीजीआईसी की आड़ में विधायक को बदनाम करने की साजिश कौन कर रहा है यह यक्ष प्रश्न बनता जा रहा है? विधानसभा चुनाव में खड़े होने से लेकर विधायक बनने तक बदनाम और मारपीट होने के पीछे किसका हाथ है, अपना दल कार्यकर्ता उसको ढूंढने में लग गए है। कार्यकर्ताओं की माना जाए तो जब डबल इंजन की सरकार है और हम गठबंधन में होकर कहीं से भी एक इंजन को वफादारी के साथ लेकर चल रहे हैं तब मड़ियाहूं नगर में क्यों बदनाम करने की साजिश किया जा रहा है। जीजीआईसी मामले में एक नेताजी का नाम नगर में तेजी के साथ उछल रहा है अब कार्यकर्ताओं को लग रहा है की जब नेताजी दोराहे पर चल रहे हैं तो उनके पीछे भी कई हाथ होगी जो विधायक जी को बदनाम कर 2027 की चुनाव में मड़ियाहू में भाजपा पार्टी को लाना चाहते हैं।

बता दें कि डॉ आर पटेल भदोही जनपद में अपना खुद का अस्पताल चलाते थे। अपना दल एस पार्टी ने भाजपा गठबंधन में मिली मड़ियाहूं की सीट से उनके ऊपर विश्वास करते हुए प्रत्याशी बना डाला। उस समय मड़ियाहूं नगर के कुछ ऐसे ही नेता ने उनको भरी आंखों से नहीं देख पा रहे थे जिसका परिणाम हुआ की एक बैठक के दौरान एक होटल में विधायक के साथ मारपीट तक की नौबत लाकर खड़ी कर दिया। क्योंकि चुनाव था इसलिए डॉक्टर ने अपनी सिर को नीचे ही झुकाने में भलाई समझी जिसकी परिणाम रहा की जनता ने इन दोराहे पर चलने वाले नेताओं को सबक सिखाने के लिए भर भर कर डॉक्टर आर के पटेल के पक्ष में मतदान कर दिया और वह विधायक बन गए। इसी बीच नगर पंचायत चुनाव भी संपन्न हुआ जिसमें एक नेताजी को करारी हार का सामना करना पड़ा। विधायक बनने से लेकर वर्तमान समय तक उनके प्रति अंदर खाने से विरोध चालू रहा लेकिन कोई मौका नहीं पा रहे थे।
लेकिन 4 अप्रैल को उन नेताओं को राजकीय बालिका इंटर कॉलेज मड़ियाहू के स्थानांतरण का मुद्दा जैसे ही मिला सड़क पर आ गए और खुलकर विरोध करना शुरू कर दिया इसके लिए जब विधायक डॉक्टर आरके पटेल को सूचना मिली तो उन्होंने तुरंत उसी दिन डाक बंगले पर पहुंचकर अपना पक्ष रखा और कहा भी की जीजीआईसी का स्थानांतरण अस्थाई तौर पर किया जा रहा था लेकिन मुझे पता लगा कि नगर वासियों को इससे तकलीफ है तो उन्होंने तुरंत बीएसए समेत एबीएसए से बात कर रानीपुर गांव में स्थित विद्यालय को प्राइमरी स्कूल में शिफ्ट करने की बात अधिकारियों से कर लिया। बोले अब जीजीआईसी कहीं नहीं जाएगी। इसके बावजूद एक नेताजी अंदर से धधक रहे थे।

फोटो-गोल पीले घेरे में सरकारी अध्यापक विनोद जायसवाल अपने पत्नी के नाम जीजीआईसी रोकने का ज्ञापन देते हुए

विधायक का प्रेस वार्ता सोशल मीडिया पर मड़ियाहूं नगर एवं आसपास में तेजी के साथ चलने लगा तो तथाकथित कुछ नेताओं को यह बात अच्छी नहीं लगी और विधायक को बदनाम करने की साजिश रफू चक्कर होता दिखी तो 7 अप्रैल को नगर की पूर्व प्रत्याशी सोनी जायसवाल के सरकारी अध्यापक पति और भाजपा नेता कहे जाने वाले विनोद जायसवाल के अगुवाई में विभिन्न संगठनों का सहयोग लेते हुए जीजीआईसी के स्थानांतरण को रोकने का ज्ञापन उपजिलाधिकारी मड़ियाहूं के माध्यम से जिलाधिकारी को दिया गया। इसके लिए क्षेत्र के पत्रकारों को भी बुलाकर फोटो और बयान भी दिया गया। इस ज्ञापन का सीधा-सीधा अर्थ था की विधायक डॉ.आर के पटेल को ऐन-केन-प्रकाणेन बदनाम किया जाए।
जब ज्ञापन देने का समाचार पत्रकारों ने अपने अपने स्तर से सोशल मीडिया से लेकर हर जगह पर चलाया तो भाजपा नेता कहे जाने वाले सरकारी अध्यापक विनोद जायसवाल का फोटो भी हर नगर वासियों को दिखने लगा। सूत्र बताते हैं की इसी दौरान पार्टी के एक विशेष व्यक्ति का फोन सरकारी अध्यापक विनोद जायसवाल के पास आया तो उन्होंने बताया कि मैंने कोई ज्ञापन और पत्र नहीं दिया है ना तो इसमें हमारी भूमिका है इसके बाद तुरंत उन्होंने सोशल मीडिया के अपने फेसबुक हैंडल पर पत्रकारों को टारगेट करते हुए अफवाह फैलाने का तोहमत लगा दिया और विधायक जी को लोकप्रिय कर्मठ लिखते हुए अपना खंडन कर दिया।
सवाल नंबर 1. जब विधायक जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जीजीआईसी को नहीं जाने की बात कही तो ज्ञापन क्यों दी गई।
सवाल नंबर 2. ज्ञापन के दौरान सरकारी अध्यापक 2:30 बजे ही तहसील परिसर में पत्रकारों के साथ कैसे मौजूद रहे।
सवाल नंबर 3. ज्ञापन के दौरान विधायक को टारगेट करने की नेताओं की क्या मंशा थी।
सवाल नंबर 4. जब विधायक जी ने खंडन कर ही दिया तो विभिन्न संगठनों से ज्ञापन दिलाने की क्या जरूरत थी।
ऐसे कई सवाल हैं जो अपना दल एस के कार्यकर्ता मड़ियाहूं नगर एवं आसपास में विधायक जी को बदनाम करने की साजिश की भंडाफोड़ करने की तलाश में चल रहे हैं सफल हो पाते हैं अथवा नहीं यह बात गर्भ में है। देखना है कि 2027 तक नगर में दोराहे पर चलने वाले नेताओं द्वारा विधायक जी को बक्शा जाता है अथवा इसी तरह अपने बदनाम करने वाली मुहिम की सफलता में लगे रहते हैं।
विधायक ने क्षेत्र के लिए किया बहुत कार्य
आपको बता दें की डॉक्टर आरके पटेल ने विधायक बनने के बाद से मड़ियाहूं विधानसभा में जो काम किया चाहे वह पुल का निर्माण हो, घर-घर कार्यकर्ताओं से लेकर उनके पास जाने वाले हर ग्रामीण तक सौर ऊर्जा लाईट पहुंचाने अथवा नगर स्थित अपने कार्यालय पर सुबह 10:00 बजे से 12:00 बजे तक बैठकर जनसुनवाई करने सिक्स लेन बाईपास निर्माण कराने, रामपुर नगर पंचायत को गड्ढा मुक्त नर्क से निजात दिलाने तक पिछले कई दशकों में ऐसा कोई विधायक नहीं रहा जो ऐसा कार्य किया हो और सबको संतुष्ट रखा हो। विधायक के कार्यों को देखकर भी ऐसा नहीं लगता कि वह एक विशेष पार्टी के नेता हैं और किसी का नहीं सुनते हैं। लेकिन उनको बदनाम करने में नगर के कुछ नेता कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं।

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