जौनपुर। जिले की मडियाहू तहसील में स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज को नगर से हटाकर 6 किलोमीटर दूर अढ़नपुर राजकीय माडल स्कूल ले जाने का मामला गरमा गया है। भाजपा समेत विभिन्न संगठनों और नगर पंचायत के सदस्यों ने उप जिलाधिकारी के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर जीजीआईसी को नगर में ही रहने की मांग किया है। मामले को लेकर देर शाम तक नगर में कुछ तथाकथित नेता जीजीआईसी को लेकर अंदर खाने से राजनीति करना भी शुरू कर दिया है।

आखिर जीजीआईसी का मामला क्यों गरमाया
बता दे कि बीते 6 अप्रैल को मड़ियाहू नगर वासियों को पता चला कि राजकीय बालिका इंटर कॉलेज जो नगर के नाम से रानीपुर गांव में स्थित है उसे अढ़नपुर गांव में नवनिर्मित राजकीय माडल स्कूल में स्थानांतरित कर दिया गया है। यह खबर जंगल की आग की तरह नगर में फैलते ही स्थानीय विधायक के प्रति आक्रोश भर गया।
विधायक ने आनन फानन प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों बुलाया
विधायक डॉ. आरके पटेल को नगर वासियों के आक्रोशित होने का पता जैसे चला अपनी वोट खिसकता देख तुरंत मड़ियाहू नगर में पहुंचे और उन्होंने आनन फानन डाक बंगले में प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर अपनी सफाई देना शुरू किया। इसके बावजूद नगर वासियों को विधायक की सफाई पर विश्वास नहीं हुआ और उनका आक्रोश सातवें आसमान पर चढ़ा रहा।

किन-किन संगठनों ने जीजीआईसी जाने का किया विरोध
सोमवार यानी 7 अप्रैल की अपराहन 2:30 बजे कई संगठनों में मडियाहू की अड़ी, रामलीला समिति, भाजपा युवा मोर्चा, व्यापार मंडल, नगर के सभी सभासद, नगर पंचायत अध्यक्ष, रामलीला कमेटी अध्यक्ष, पूर्व रामलीला कमेटी अध्यक्ष, पूर्व नगर प्रत्याशी सोनी जायसवाल, मड़ियाहूं बार एसोसिएशन समेत क्षेत्र के पूर्व एवं वर्तमान प्रधान अपने-अपने लेटर पैड पर जीजीआईसी को नगर से अलग करने का विरोध करते हुए उप जिलाधिकारी मडियाहूं कुणाल गौरव को जिलाधिकारी के नाम ज्ञापन सौंपकर मांग किया कि नगर के जीजीआईसी को दूसरी जगह न ले जाकर वही बगल स्थित प्राइमरी विद्यालय में स्थानांतरित कर शिक्षण कार्य अनवरत चालू रखा जाए। जिसके लिए कमरों का इंतजाम के लिए एबीएसए से बातचीत हो गई है।

छात्राओं ने पहुंचकर एसडीएम से क्या लगाई गुहार
जीजीआईसी विद्यालय की कुछ छात्राएं भी पहुंचकर एसडीएम से हाथ जोड़कर निवेदन किया कि जीजीआईसी अगर चली गई तो हम लोगों का पढ़ाई अधर में अटक जाएगा इसलिए जीजीआईसी को हम छात्राओं के भविष्य को देखते हुए रोका जाए। एसडीएम कुणाल गौरव ने आश्वासन भी दिया कि जिलाधिकारी से बात कर इसका समाधान कराया जाएगा।
नागरिकों के आक्रोश को देख विधायक ने फोन पर क्या कहा
ज्ञापन सौंपने की बात जैसे ही मड़ियाहू विधानसभा के अपना दल एस के विधायक डॉक्टर आरके पटेल को लगी उन्होंने तुरंत राजेश पांडेय को फोन कर यू टर्न लेते हुए बताया कि आप लोग परेशान ना हो हम आपके साथ में हैं जीजीआईसी कहीं नहीं जाएगा जहां आप लोग चाहेंगे वही रहेगा और हम जर्जर भवन को बनवाने का भी प्रस्ताव शासन को भेज देंगे। फिलहाल विधायक के आश्वासन के बाद भी नगर वासियो में अंदर से आक्रोश बनी हुई है।
कुछ नगर के समाजसेवी नेता जीजीआईसी को लेकर क्यों बंटे
शाम होते होते प्रेस विज्ञप्ति देने वालों में पहुंचे कुछ नेता दो फाट में बंटते हुए दिखाई दिए एक फाट नगरवासियों के साथ बना हुआ है तो दूसरा फाट विधायक के पक्ष में कसीदे लिख लिख कर पढ़ रहे हैं और पत्रकारों के ऊपर अफवाह फैलाने का आरोप तक लगा बैठे हैं जबकि खुद ही एसडीएम के सामने पहुंचकर जीजीआईसी जाने का रोना रो रहे थे। और अब पत्रकारों को पानी का घूंट ले-ले लेकर अपनी करनी को छिपाने में लगे हुए हैं उन्हें लगता है कि अगर विधायक ने ज्ञापन के दौरान का फोटो देख लिया तो अंदर खाने वाला काम हमारा रुक जाएगा और विधायक विरोधी समझ लेंगे।
एसडीएम कुणाल गौरव के सामने ज्ञापन देने पहुंचे राजेश पांडेय, डॉ. श्याम दत्त दुबे, डॉ अरुण मिश्रा, गुड्डू साहू, वीरेंद्र जायसवाल, धीरेंद्र सिंह, रिंकू मोदनवाल, मेराज टीवीएस, डॉ वकार अहमद, शेर बहादुर मौर्य, अखिल प्रताप सिंह, राकेश गुप्ता, अरविंद चौरसिया, अनिल साहू, नितेश सेठ, बबलू सोनकर, चंद्रेश यादव एडवोकेट, दिलीप साहू, नागेश निगम, विनोद जायसवाल रहे।