जौनपुर। जनपद की सुप्रसिद्ध ऐतिहासिक आदर्श धर्ममंडल जंगीपुर की रामलीला तीन अक्टूबर से शुरू हो गयी है। इस वर्ष रामलीला के सौ वर्ष पूरे होने पर समिति द्वारा भगवान श्री सीताराम अखंड संकीर्तन एवं प्रतिदिन नवान्ह श्रीराम चरित मानस पाठ व माँ दुर्गा सप्तशती पाठ समेत हवन-पूजन के साथ शताब्दी महामहोत्सव समारोह मनाया जाएगा। समिति के प्रचार मंत्री एवं जिले के जाने-माने मानसिक एवं यौन रोग विशेषज्ञ डा0 उत्तम कुमार गुप्ता ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए बताया कि अनन्त श्री विभूषित परम पूज्य श्री देवरहा बालक बाबा जी महराज के पावन सानिध्य एवं संरक्षण में हमारी रामलीला समिति श्री आदर्श धर्म मंडल जंगीपुर सौ वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में शताब्दी महामहोत्सव मनाने जा रहा है। जिसमे लोक कल्याणार्थ विविध धार्मिक सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक कार्यक्रमों का 11 दिवसीय भव्य एवं दिव्य आयोजन होगा। उक्त कार्यक्रम में देश के महान संत महापुरूषों, धर्माचार्यों, वैदिक विद्वानों, एवं प्रसिद्ध संगीतकारों का अद्भुत संगम होगा। उन्होंने कार्यक्रम की चर्चा करते हुए बताया कि तीन अक्टूबर को मुकुट एवं मंच पूजन, मंगलगान, तिलक चढ़ावन फुलवारी का मंचन सम्पन्न हो गया। चार अक्टूबर को मटकोर कमला पूजन, मंगलगान, पांच को भगवान श्री सीताराम विवाह, छह को राम कलेवा होली महोत्सव, सात को नारद मोह, राम जन्म, सीता उत्पत्ति, आठ को ताडक़ा बध, अहिल्या तारन, धनुषयज्ञ, श्री सीताराम विवाह, नौ को राम वन गमन, दशरथ मरण, भरत मनावन, दस को सूपूर्णखा नक्कटैया, सीता हरण, शबरी मिलन, राम-सुग्रीव मिताई, वालि वध, 11 को अशोक वाटिका, लंका दहन, लक्ष्मण शक्ति, मेघनाथ वध का मंचन, 12 को विजयादशमी का विराट मेला एवं रात्रि में भक्त श्रवण कुमार का धार्मिक नाटक मंचन तथा 13 अक्टूबर को भरत मिलाप राजगद्दी, राम राज्याभिषेक के साथ रामलीला का समापन हो जाएगा। समापन के दिन रात्रि में जनपद ही नहीं बल्कि प्रदेश के जाने-माने देवीगीत एवं भजन गायकों द्वारा भव्य भजन संध्या का आयोजन होगा। जिसमे कलाकारों द्वारा भक्ति की रसगंगा बहायी जाएगाी। रामलीला का मंचन रात्रि आठ बजे से शुरू होकर देर रात्रि तक चल रहा है। जबकि रामलीला के समय प्रतिदिन श्री सीताराम महायज्ञ एवं हवन-पूजन, नव दिवसीय अखंड भगवान श्री सीताराम नाम संकीर्तन, राच चरित मानस एवं दुर्गा सप्तशती पाठ भी शुरू है। समस्त कार्यक्रम को सफल बनाने में समिति के अध्यक्ष, गुलाब सिंह, मंत्री प्रदीप उमर वैश्य, निदेशक संजय सिंह गुड्डू व ज्योतिराज सिंह, उप निदेशक लाल रत्नाकर सिंह, ग्राम प्रधान धर्मवीर, पूर्व प्रमुख सजल सिंह एवं आयोजक मार्कण्डेय सिंह मुन्ना आदि तन-मन से लगे हुए हैं।