जौनपुर। जिले में दो साधुओं द्वारा अल्लाह का रहमो करम है यहां रोजी-रोटी चल रही है ? कि स्लोगन दो युवको के कानों में क्या पड़ी कि उनकी काने खरगोश की कानों की तरह खड़ी की खड़ी रह गई। देखते ही देखते हिंदू संगठन के कुछ पदाधिकारी पहुंच कर साधु भेषधारी व्यक्तियों को पकड़कर पूछताछ करना शुरू कर देते हैं। दोनों साधू उस समय और भी संदिग्ध होने लगे जब उनका आधार कार्ड से कोई दूर-दूर तक वास्ता नहीं रहा। हिंदू संगठन के लड़कों ने पहले तो अपने स्तर से भरसक जानने का प्रयास किया लेकिन जब कुछ नहीं पता चल पाया तो पुलिस को सौंप दिया है। दोनों साधू भेषधारी व्यक्ति इस समय पुलिस की हिरासत में पूछताछ के लिए बैठाए गए हैं।
घटना रामपुर थाना क्षेत्र के मीडिल स्कूल के पास गगननाथ गली में बुधवार की शाम 6:00 बजे की है जब दो साधु भेष बदलकर सारंगी लेकर भजन गाने के साथ रामपुर बाजार में भिक्षा मांगने का काम कर रहे थे। थोड़ा सुनसान जगह मिलते ही दोनों आपस में बातें कर रहे थे कि “अल्लाह का रहमो करम है यहां रोजी-रोटी चल रही है” इतनी बात गली में दो लड़कों ने सुना तो उनकी काने खरगोश की कानों की तरह खड़ी हो गई भाग कर आगे पहुंचे और ग्रामीणों को हकीकत बताइ। इसके बाद काफी संख्या में लोगों ने दोनों साधुओं में छुपी राज को जानना चाहा लेकिन दोनों ग्रामीणों को गोल-गोल घूमाने लगे कभी अपना घर जिला प्रतापगढ़ बताते तो कभी कुंडा प्रतापगढ़ बताते हैं। रिश्ते पूछने पर दोनों साला एवं बहनोंई बता रहे थे। यह बात धीरे-धीरे जब नगर में फैली तो हिंदू संगठन के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंच गए। जब सभी ने कड़ाई से पूछा तो दोनों साधुओं ने कहा कि मैं जोगी हूं और मांगता खाता हूं छोड़ दीजिए मैं मुसलमान भी हूं। लेकिन अपना सही पता नहीं बता रहा है। इसके बाद हिंदू संगठनों ने ग्रामीणों से बचाते हुए थाने लेकर पहुंचे और थानाध्यक्ष मनोज पांडेय से दोनों साधुओं का हकीकत जानने के लिए सौंप दिया।
ग्रामीणों में चर्चा है कि जब दोनों साधुओं से आधार कार्ड मांगा गया तो आधार कार्ड भी नहीं दिखाई कहीं यह साधु बांग्लादेश से तो रामपुर नगर पंचायत में नहीं पहुंच गए हैं। फिलहाल समाचार लिखे जाने तक दोनों साधू भेषधारी पुलिस के गिरफ्त में पूछताछ के लिए बैठाए गए हैं।