जौनपुर। जिले के मुख्य विकास अधिकारी ने शुक्रवार की दोपहर तहसील मड़ियाहूं का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान तहसील के एसडीएम कोर्ट, तहसीलदार कोर्ट से प्राइवेट मुंशी, चपरासी एवं अन्य कर्मचारी फरार हो गए। इसके अलावा कानूनगो सर्किल के कक्ष में पहुंचे तो वहां भी सभी कानूनगो फरार मिले। लेकिन एक कानूनगो भाग रहे थे तो सीडीओ उन्हें बुलाया और उनके अलमारी की गहन जांच किया जिसमें 6 महीने से अधिक दफा 24 की फाइल दबाकर रखने की बात का खुलासा हुआ।
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री के निर्देश पर शुक्रवार की दोपहर 12:30 बजे जिले के मुख्य विकास अधिकारी सिलम साई तेजा ने मडियाहू तहसील में पहुंचकर वाचन निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों के अपने कार्यक्षेत्र में निवास करने एवं अधिकारियों के फाइलों का समय से निस्तारण करने आदि का औपचारिक निरीक्षण किया। मुख्य विकास अधिकारी की गाड़ी पहले एसडीएम कुणाल गौरव के ऑफिस के सामने पहुंचा तो औचक निरीक्षण की सूचना मिलते ही एसडीएम कार्यालय से ही प्राइवेट मुंशी चपरासी सब गायब हो गए। मुख्य विकास अधिकारी ने इधर-उधर की जांच करने के बाद बाकी कार्यालय की जांच किया।
मुख्य विकास अधिकारी से किसी ने शिकायत किया कि एसडीएम कार्यालय से काश्तकारों का दफा 24 के तहत किए गए पैमाइश के आर्डर को कानूनगो साहबान पैसे के खातिर दबाकर रख लेते हैं जिससे समय से काश्तकारों को न्याय नहीं मिल पाता। शिकायत को संज्ञान में लेते हुए मुख्य विकास अधिकारी के साथ चल रहे अधिकारियों ने शिकायत को दबाने का प्रयास किया लेकिन मुख्य विकास अधिकारी सीधे जहां कानूनगो बैठते हैं हाल में पहुंच गए जैसे ही वह पहुंचे कानूनगो सर्किल में हड़कंप मच गया और धीरे-धीरे सभी कानूनगो मुख्य विकास अधिकारी को देखकर भाग खड़े हुए कानूनगो ऐसे भाग रहे थे जैसे आंधी का बयार सामने आ गया हो। उसी में नजर बचा रहे एक कानूनगो को किसी अधिवक्ता ने मुख्य विकास अधिकारी से कहा कि यह कस्बा कानून ओमप्रकाश तिवारी हैं तो मुख्य विकास अधिकारी ने उन्हें बुलाकर दफा 24 के फाइल के निस्तारण की जानकारी चाही तो कानूनगो ने बताने और दिखाने दोनों से आनाकानी करने लगा इसके बाद उनके अलमारी को खुलवाकर देखा गया तो उसमें सैकड़ो फाइल पिछले दफा 24 का 6 महीने से रखी पड़ी हुई थी।
यह देखते ही मुख्य विकास अधिकारी तमतमा गए और उन्होंने कहा कि क्यों ना तुम्हारे ऊपर कारवाई हो उसके बाद उनके द्वारा रखे गए और आलमारी की जांच करने की बात कही तो बीच बचाव करते हुए एसडीएम कुणाल गौरव ने कहा कि हम इनकी जांच कर अवगत कराएंगे। कानून को सर्किल से बाहर निकले मुख्य विकास अधिकारी ने अधिवक्ताओं से भी फाइलों के निस्तारण की जानकारी लिया तो अधिवक्ताओं ने भी फाइलों के निस्तारण में हीला हवाली करने की बात बताई। जिसके बाद मुख्य विकास अधिकारी औपचारिक निरीक्षण करने के बाद सीधे जनपद चले गए। इस संबंध में पूछे जाने पर मुख्य विकास अधिकारी सीलम साई तेजा ने कहा कि यह बहुत ही गंभीर प्रकरण है काश्तकार न्याय पाने के लिए तहसील आता है लेकिन उसे 6 माह से अलमारी में बंद कर रखा गया वह गलत है इस पर हम कार्रवाई करेंगे।