नवनीत सिंह रिपोर्टर नेवढ़िया
जौनपुर। जिले के नेवढ़िया थाना क्षेत्र के दोदापुर गांव निवासी मड़ियाहू विद्युत उपकेंद्र पर संविदा कर्मी संदीप राजभर पुत्र पूर्णमासी राजभर के मौत की आखिर जिम्मेदार कौन है। 11000 की हाई टेंशन लाइन की फाल्ट को सुधारने के लिए कानूनी तौर पर विद्युत एसडीओ के आदेश पर ही लाइनमैन खंभे पर चढ़ता है इसके लिए बाकायदा शटडाउन लेने की प्रक्रिया भी किया जाता है इसके बावजूद अगर खंभे पर चढ़कर संविदा कर्मी फाल्ट सही कर रहा है और मड़ियाहू विद्युत उपकेंद्र से बिजली बहाल कर दिया जाता है तो लाइनमैन की धू धू कर जलकर खंभे की ऊपर ही मौत हो जाती है।
लेकिन विद्युत विभाग के अधिकारी हमारे रिपोर्टर नवनीत सिंह से बोलते हैं कि हवाई करंट से संविदा कर्मी की मौत हो गई सोचिए जरा जब विद्युत काट दी गई उसके बाद हवाई करंट 11000 की हाइटेंशन तार में कैसे पहुंचा कहीं न कहीं यह बिजली विभाग की लापरवाही है जो अपने नाकामी को छुपाने के लिए हवाई करंट की आड़ में संविदा लाइनमैन के मौत पर राजनीति खेलने जैसा हो रहा है। फिलहाल मंगलवार की देर शाम प्रभारी तहसीलदार सतेंद्र मौर्य एवं नायब तहसीलदार संदीप कुमार सिंह भी मौके पर पहुंचते हैं और संविदा लाइनमैन की मौत का कोई जिम्मेदार नहीं होता है यहां तक कि हमारे रिपोर्टर के सामने ही पुलिस शव को जबरदस्ती पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया जाता है लेकिन उसके मौत की मुकदमा तक नहीं लिखी गई। अब विद्युत विभाग से लेकर पुलिस विभाग तक संविदा लाइनमैन के मौत पर लीपा पोती करने में जुटी हुई है।
पुलिस विभाग से प्रश्न पूछते दोदापुर के ग्रामीण एवं परिजन
पुलिस विभाग परिजनों के मांग के बावजूद संविदा लाइनमैन की मौत की आखिर क्यों मुकदमा नहीं लिख रही है यह पूछ रही है दोदापुर के नागरिक परिजन। आखिर थानाध्यक्ष प्रशांत पांडेय किस बिजली विभाग के अधिकारी को बचाने में जुटे हुए हैं और किसके कहने पर अभी तक मुकदमा लाइनमैन की मौत पर नहीं लिखी गई। उल्टे आरोप है कि जबरदस्ती शव को कब्जे में लेकर बिना पंचनामा किये पोस्टमार्टम हाउस भिजवा दिया है।