जौनपुर। मड़ियाहू कोतवाली के परसथ गांव में आम के पेड़ से गिरकर नाबालिक की मौत के मामले में पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं किए जाने पर नाराज परिजनों ने 13 दिन बाद कोतवाली में पहुंचकर जमकर हंगामा मचाया लेकिन न्याय नहीं मिलने पर पुलिस अधीक्षक के यहां जाने की बात कह कर परिजन लौट गए।
बताया जाता है कि परसथ गांव का आर्थिक रूप से कमजोर विनोद कुमार सिंह के पुत्र मनीष सिंह को गांव के ही विनय कुमार पाठक ने पैसे का लालच देकर 12 जून को घर ले गए और आरोप है कि नाबालिक मनीष को आम के पेड़ पर आम तोड़ने के लिए चढ़ा दिया थोड़ी देर बाद ही मनीष आम के पेड़ से गिरकर गंभीर घायल हो गया। बताया जाता है कि नाबालिक मनीष को गिरा देखकर विनय पाठक फरार हो गया। जिसके कारण 2 घंटे तक नाबालिक बालक पेड़ के नीचे छटपटता रहा लेकिन दवा दारू के लिए उसे नहीं ले जाया गया। किसी तरह सूचना बालक के परिजनों को मिला तो परिजन इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जहां से हालत गंभीर देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। वही बालक का सुधार होता नहीं देखकर डॉक्टर ने ट्रामा सेंटर अच्छी उपचार के लिए भेज दिया जहां उसकी मौत हो गई। इसके बाद परिजन मड़ियाहू कोतवाली 17 जून को लेकर पहुंचे आरोप है कि पुलिस कर्मियों ने जांच का हवाला देते हुए परिजनों को घर भेज दिया। परिजन बच्चे का अंतिम संस्कार कर पुलिस के कार्रवाई का इंतजार करने लगे पुलिस कार्रवाई को कौन कहे मृतक के घर तक भी नहीं गए। सोमवार को नाराज परिजनों ने 15 की संख्या में सुबह कोतवाली पहुंचकर जमकर हंगामा मचाया, लेकिन कोतवाल के गैर मौजूदगी में पुलिस कर्मी हाथ उठा लिए इसके बाद परिजन चीखते चिल्लाते पुलिस अधीक्षक के दरबार में शिकायत करने की बात करते हुए चले गए।