जौनपुर। जिले की मड़ियाहूं नगर पंचायत के स्थानीय नगर स्थित दिलावरपुर मोहल्ले में वर्षों से खाली पड़े मवेशीखाना की करोड़ों के बेशकीमती जमीन पर अभिलेखों में जालसाजी करते हुए एक भू माफिया निर्माण करने की फिराक में 10 अप्रैल की बुधवार को रहा। नगर पंचायत कर्मियों के जानकारी होने पर मौके पर पहुंच गए और काम को रुकवाया। आरोप है कि पुलिस कर्मियों की मिली भगत से यह कार्य भूमाफिया शुरू किया था। फिलहाल पुलिस ने बिल्डिंग मटेरियल के गिरे सामानों को मानवता दिखाते हुए माफिया के घर अपने ट्रैक्टर से लदवाकर भिजवा दिया है।
“कुछ दिन पूर्व बिना किसी सक्षम आदेश के बैजनाथ प्रजापति ने मवेशी खाना के जमीन को कब्जाने की कोशिश किया था, जिसमें दीवाल भी बनवा लिया था लेकिन विफल हो गए थे, 10 अप्रैल को फिर एक बार बैजनाथ ने वेशकीमती करोड़ों की जमीन को अपने कब्जे में लेने का किया प्रयास।”
बता दे कि मड़ियाहूं नगर में स्थित नगर पंचायत की बनारस रोड पर मवेशी खाना की बेशकीमती करोड़ों की जमीन स्थित है। उक्त जमीन को क्षेत्र के राजापुर निवासी बैजनाथ प्रजापति एवं मड़ियाहू सदरगंज मोहल्ले के नवल किशोर अपना-अपना जमीन बता रहे हैं। उपरोक्त जमीन को लेकर दोनों पक्षों के बीच दीवानी न्यायालय में मुकदमा भी विचाराधीन है। जबकि नगर पंचायत का कहना है कि जिस नंबर पर मुकदमा है वह रेलवे के पीछे साइड है जहां पर दूसरा कोई निर्माण कर चुका है अब नगर पंचायत के खाली जमीन को अपना जमीन बताई जा रहा है।
आरोप है कि उपरोक्त जमीन को पाने के लिए अभिलेखों में जालसाजी करते हुए अपना अपना जमीन बता रहे हैं। इसमें से एक पक्ष को भू माफिया भी बताया जा रहा है। बुधवार की सुबह एक पक्ष जमीन को हथियाने के लिए जबरदस्ती बालू एवं अन्य बिल्डिंग मटैरियल गिरवाकर सैकड़ो की संख्या में राजमिस्त्री एवं मजदूर लगाकर निर्माण करवाना शुरू किया। इसी बीच मड़ियाहू कोतवाली पुलिस को एक पक्ष ने अवैध निर्माण को लेकर सूचना दिया लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी रही। नगर पंचायत के बेशकीमती जमीन को कब्जाने की सूचना अधिशासी अधिकारी चंदन कुमार गौड़ को लगी। इसके बाद नगर पंचायत से बड़े बाबू अमरनाथ विश्वकर्मा, श्याम नारायण मिश्र समेत काफी संख्या में सफाई कर्मचारी ट्रैक्टर एवं अन्य गाड़ियां लेकर मौके पर पहुंचे, जिससे वहां की स्थिति विभत्स रूप ले लिया। इसके बाद पुलिस की नींद खुली और आनन फानन काम बंद करवाया।
पुलिस को देखते ही निर्माण कर रहे कर्मचारी और भू माफिया मौके से फरार हो गए। नगर कर्मचारियों ने बहादुरी दिखाते हुए नगर पंचायत के मवेशी खाना की जमीन पर गिराए गए बिल्डिंग मटैरियल को ट्रैक्टर में भरकर नगर पंचायत के एमआरएफ सेंटर ले जाने लगे। इसके बाद निर्माण कर रहे लोगों के निवेदन पर नगर पंचायत कर्मियों ने मानवता दिखाते हुए बिल्डिंग मटेरियल के सारे सामानों को उनके घर ले जाकर गिरा डाला और हिदायत दिया कि आगे नगर पंचायत के मवेशीखाना की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश किया गया तो कानूनी कार्रवाई होगी। करोड़ों रुपए की वेशकीमती जमीन को जालसाजी के द्वारा हासिल करने की चर्चा नगर में तेजी के साथ हो रही है।