जौनपुर। सुरेरी थाना क्षेत्र के सुरेरी मोदफ गांव निवासी अवधेश पाल, देवनारायण पाल और विश्राम पाल भेड़ पालने का व्यवसाय करते हैं। आरोप है की पशु चिकित्सालय रामपुर पहुंचकर वहां पर तैनात फार्मासिस्ट रामचंद्र यादव से हाईटेक कीड़े मारने की दवा की मांग की गई, फार्मासिस्ट द्वारा उन लोगों को दवा दिया गया और कितने मात्रा में दवा देना है यह भी बताया गया। वहीं भेड़ पालक घर पहुंच कर शनिवार की सुबश अपने-अपने भेड़ों को कीड़ी मारने की दवा दिए वही दवा देने के कुछ ही समय पश्चात भेड़ों की स्थिति गंभीर होने लगी और एक के बाद एक बेहोश होकर गिरने लगी। वही भेड़ व्यापारियों द्वारा घटना की सूचना पशुचिकित्साधिकारी केपी सिंह को दिया गया। सूचना पर पशु चिकित्साधिकारी अपनी टीम लेकर मौके पर पहुंच गए और गंभीर रूप से बीमार भेड़ों का उपचार शुरू किया। लेकिन उपचार के दौरान भी लगभग 60 भेड़ों की मौत हो गई। वही पीड़ितों ने घटना की सूचना 112 नंबर पुलिस को दी और फार्मासिस्ट पर गलत दवा देने का आरोप लगाया है। वही भेड़ व्यवसाईयों का आरोप है कि पशु चिकित्साधिकारी फार्मासिस्ट को बचाने के लिए हम लोगों पर ही दवा ज्यादा मात्रा में देने का गलत आरोप लगा रहे हैं। जबकि भेड़ व्यवसायीयों द्वारा अपने भेड़ों को आए दिन कीड़े मारने की दवा दी जाती थी उस दौरान ऐसी कोई घटना घटित नहीं होती थी। फिलहाल हकीकत चाहे जो भी हो लेकिन फार्मासिस्ट के दिए गए दवा के कारण भेड़ व्यवसायो की लगभग 60 भेड़ों की मौत हो गई और अभी सैकड़ो भेड़ की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। इस संदर्भ में पशु चिकित्सा अधिकारी रामपुर केपी सिंह ने बताया कि जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।