जौनपुर। जिले की मडियाहू तहसील में स्थित बार भवन के ऊपर 10 लाख रुपए की लागत से अत्याधुनिक हाल का निर्माण होने के लिए शनिवार को ब्राह्मण अधिवक्ता के वैदिक मंत्रोंच्चारण के साथ एसडीएम एवं अधिवक्ता बार एसोसिएशन के अध्यक्ष के संयुक्त रूप से भूमि पूजन किया गया। यह अधिवक्ता हाल मड़ियाहू विधानसभा के विधायक द्वारा दिए गए नीधि से बनाया जा रहा है। आदर्श आचार संहिता के तीन घंटे पूर्व भूमि पूजन कराया गया।
मडियाहूं विधानसभा के विधायक डॉ. आरके पटेल ने अधिवक्ता बार एसोसिएशन के शपथ ग्रहण में ऐलान किया था कि अधिवक्ताओं के लिए एक अत्याधुनिक हाल निर्माण के लिए स्वयं के निधि से धन दिया जाएगा। जिसमें एलसीडी टीवी एवं एसी समेत अन्य सुविधाएं मौजूद रहेंगे। विधायक डॉ. आरके पटेल ने जो आश्वासन दिया उसको पूरा किया। शनिवार को अचानक करीब 10:00 बजे ठेकेदारों ने चुनाव आचार संहिता के 3 घंटे पहले कार्य को अमली जामा पहनाने के लिए बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कृष्ण कुमार सिंह को अवगत कराया।
करीब 12:00 बजे एसडीएम कुणाल गौरव एवं अध्यक्ष कृष्ण कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से अधिवक्ता ब्राह्मण बृजेश पाठक द्वारा बोले गए वैदिक मंत्रोंच्चारण के साथ भूमि पूजन का कार्य कराया गया। भूमि पूजन के दौरान नायब तहसीलदार संदीप कुमार सिंह के अलावा वरिष्ठ अधिवक्ता चंद्रेश यादव पृथ्वीराज पांडेय एवं चार पांच जूनियर अधिवक्ता मौजूद रहे। भूमि पूजन के थोड़ी देर बाद एक पूर्व अध्यक्ष भी पहुंचे और भूमि पूजन का आनंद लिया।
केवल दो वरिष्ठ अधिवक्ताओं के भूमि पूजन में शामिल होने से बाकी वरिष्ठ अधिवक्ताओं में रोष
मड़ियाहू तहसील में शनिवार को भले ही एसडीएम कुणाल गौरव द्वारा अधिवक्ताओं को बिना बुलाए भूमि पूजन कर लिया लेकिन तहसील के वरिष्ठ अधिवक्ताओं में रोष साफ झलक रहा था। एक अधिवक्ता ने दबी जुबान कहा कि अध्यक्ष ने नहीं बुलाया तो कम से कम एसडीएम को अधिवक्ताओं को बुला लेना चाहिए था इससे साफ होता है मड़ियाहूं तहसील में अधिवक्ता एवं अधिकारी अलग-अलग हैं। यह कारवां यही तक नहीं रुका भूमि पूजन के दौरान पहुंचे एक वरिष्ठ अधिवक्ता से अधिकारी ने कहा आप देर से आए तो अधिवक्ता ने कहा कि मैं इस तहसील का एक अदना अधिवक्ता हूं इसलिए हमें नहीं बुलाया गया। वही एक अधिवक्ता ने कहा कि हिंदू शास्त्र में यह खरमास का महीना है जहां पर भूमि पूजन नहीं होता और न हीं कोई अच्छे कार्य करने की सलाह शास्त्र में लिखा गया है खरमास में जब यह कार्य होगा तो यही सब होगा। जबकि तहसील में भूमि पूजन के बाद चर्चा है कि भूमि पूजन में शामिल होने के लिए तहसीलदार कृष्ण राज सिंह को भी बुलाया गया था लेकिन उन्होंने खरमास होने के कारण भूमि पूजन में शामिल नहीं हुए।