जौनपुर। मड़ियाहू कोतवाली के रसोईघर में रसोई गैस पाइप में लीकेज होने से धू-धूकर गैस सिलेंडर एवं पाइप जलने लगा। भयंकर आग की खबर पुलिस कर्मियों को लगी तो सभी कार्यालय से भाग कर रसोई घर की तरफ गए । बेकाबू आग को देखकर किसी भी पुलिसकर्मी की हिम्मत नहीं पड़ रही थी कि आग को कैसे बुझाए। किसी पुलिसकर्मी ने फायर ब्रिगेड को भी सूचना देकर कोई आग पर पानी डालने का प्रयास कर रहा था तो कोई बालू फेंक रहा था तभी रसोई घर के प्राईवेट फालोअर ने हिम्मत कर जलते हुए गैस के पास पहुंचा और रेगुलेटर के बटन को बंद किया तब जाकर बेकाबू आग शांत हो सका और पुलिस कर्मियों ने राहत की सांस लिया।
मड़ियाहू कोतवाली कार्यालय के बगल टीनशेड में रसोईघर भोजनालय स्थित है। रसोईघर में खाना बनाने के लिए गैस सिलेंडर चूल्हे से अटैच होकर रखा गया था। उस समय रसोई घर में कोई मौजूद नहीं था। अचानक 12.30 बजे रसोई घर से धुआं उठने लगा जिसकी खबर पुलिस कर्मियों को लगी तो काफी संख्या में पुलिसकर्मी एवं होमगार्ड मौके पर पहुंचे तो अंदर का नजारा देखकर घबरा गए, अंदर तेज लपटों के साथ गैस सिलेंडर एवं पाइप से गैस रिसाव कर तेजी के साथ आग का गोला बना हुआ था। थाने के हेड कांस्टेबल दरोगा सोनकर ने आग लगने की जानकारी फायर ब्रिगेड के जवानों को दिया और पुलिसकर्मियों ने आग को बुझाने के लिए पहले पानी फेंकने का प्रयास किया लेकिन तेज लपटे एवं टीनशैड में अधिक गर्मी के कारण किसी की हिम्मत आग के पास जाने की नहीं पड़ रही थी और रसोई गैस अपना विकराल रूप पड़ रहा था।
थाने के हेड मोहर्रिर कमलेश तिवारी ने एक गमला बालू भरकर जलती गैस पर फेंकने का प्रयास किया लेकिन वह भी नाकामयाब रहे। फिर बोरा भिगोकर गैस सिलेंडर की तरफ फेंका गया लेकिन कोई सफलता नहीं मिली जिसके बाद थाने का फॉलोअर भोनू हिम्मत दिखाते हुए अंदर घुसा और गैस सिलेंडर के रेगुलेटर का बटन ही बंद कर दिया जिसके बाद तुरंत बेकाबू आग शांत हो गई। इसके बाद होमगार्ड से लेकर सिपाही तक फॉलोवर का पीठ थपथपाने लगे। किसी ने कहा फॉलोअर काफी हिम्मती है तो किसी ने कहा उसके हिम्मत और मेहनत दोनों की दाद देनी चाहिए।
फिलहाल मड़ियाहू कोतवाली में फॉलोवर के चलते एक बड़ी घटना होने से बच गई। आग बुझाने के बाद तब फायर ब्रिगेड पहुंच लेकिन उसका कोई मतलब नहीं निकला। आग लगने की घटना का मडियाहू कोतवाली क्षेत्र के आसपास चर्चा का विषय बना हुआ है।