जौनपुर। हकीकत है जब इश्क का भूत सिर चढ़कर बोलता है तो इंसान सारे होश हवास खो बैठता है। वह न तो समाज को डरता है और न ही परिवार के रीति रिवाज व मर्यादाओं को। लेकिन बाद में जब परिणाम आता है तो उसके पास सिर धुनकर पछताने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचता। ऐसा वाकया खुटहन थाना क्षेत्र के पिलकिछा गांव में देखने को मिला। जहां तीन बच्चों का पिता खुद को अविवाहित बताकर तीन बच्चों की मां को अपने प्रेम जाल में ऐसे फंसाया कि दोनों घर से भाग विवाह कर लिए। प्रेमी अन्य पिछड़ी जाति तो प्रेमिका दलित विरादरी की निकली। गृहस्थी के बोझ से जब इश्क का फितूर मन से निकला तो मामला थाने पर आ पहुंचा। जहां दूसरी पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने परिवार के पांच लोगों के खिलाफ तथ्य छुपाकर विवाह करने तथा महिला उत्पीडन सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर पति को जेल भेज दिया।
गांव निवासी संतोष प्रजापति का विवाह दस वर्षों पूर्व सीमा के साथ हुआ था। दोनों के बीच वैवाहिक रिश्ता बढ़िया से चल रहा था। संतोष की रिस्तेदारी इसी थाना क्षेत्र के बिशुनपुर गांव में है। जहां वह अक्सर जाया करता था। इसी बीच उसकी नजर दलित बिरादरी की विवाहिता अनीता देवी से लड़ गई। अनीता भी तीन बच्चों की मां थी। उसका पति परदेश में था। दोनों के बीच धीरे धीरे प्रेम परवान चढ़ने लगा। फिर वे एक साथ जीने मरने की कसमें खाने लगे।16 मई वर्ष 2018 को दोनों घर से भागकर न्यायालय में शादी कर पंजाब चले गए। वहां एक चाय नाश्ता की दुकान खोल दोनों पति पत्नी की तरह रहने लगे। इस बीच अनीता की कोख में चार माह का बच्चा भी आ गया।
आरोप है कि पखवाड़ा पूर्व संतोष पंजाब से भागकर गांव आ गया। यहां आकर अपना फोन भी बंद कर लिया। सप्ताह भर इंतजार के बाद अनीता भी गांव आ गई। खोजते हुए वह जब संतोष के घर पहुंची तो वहां उसके तीन बच्चे पत्नी व परिवार को देख सन्न रह गई। आपस में कहासुनी के बाद मारपीट हो गई। अनीता का आरोप है कि पति के अलावा उसके ससुर अशोक प्रजापति,सास सुकलेमा,पहली पत्नी सीमा तथा देवर पंकज उसे मारपीट कर घर से भगा दिए। वह आजमगढ़ जिले में अपने मायका में रह रही है। पुलिस ने उक्त आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर पति को गिरफ्तार कर चलान न्यायालय भेज दिया है। थाना अध्यक्ष अरविंद सिंह ने बताया कि अन्य आरोपितों की तलाश की जा रही है।