नवनीत सिंह रिपोर्टर नेवढ़िया
जौनपुर। जिले के नेवढियां थाना क्षेत्र के ग्रामसभा महारथपुर में मड़हए में बधीं दो दर्जन से अधिक बकरियां अज्ञात कारणों से भीषण आग लगने के कारण तड़प तड़प कर मौके पर मौत हो गई। सूचना पर पशु चिकित्सालय की पहुंची टीम ने कई बकरियों का इलाज कर मौके पर ही जान बचाई है।इतनी बड़ी संख्या में बकरियों के मरने से परिजन बदहवास हैं। अभी तक आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
महारथपुर गांव निवासी लाले गौतम अपने घर दो दर्जन से अधिक बकरियां पालकर रोजी-रोटी कमाते हैं और मड़हे में निवास करते हैं। बुधवार की शाम बकरियों को चराने के बाद अपने घर पर ले आए और बगल स्थित मड़हे में बांध दिए।
घर पर जब कोई नहीं था तब मड़हे में लगी आग
शाम लगभग 7:00 बजे लाले गौतम और उनकी पत्नी गांव में ही किसी के घर 10 मिनट के लिए चली गई इसी बीच अज्ञात कारणों से घर पर बांधी गई बकरियों के मड़हे में आग लग गई। और मड़हा तेजी के साथ जलने लगा जिससे तड़प तड़प कर बकरियां आग से जलने लगी और जोर-जोर से चिल्लाने लगी। जब तक लोग बकरियों को बचाने के लिए पहुंचते करीब आधा दर्जन से अधिक बकरियां आग के कारण मौके पर ही झुलस झुलस कर मौत हो गई। किसी तरह ग्रामीणों की सहायता से आग पर काबू पाया गया और मड़हे के अंदर से करीब 16 बकरियों को निकाला गया।
सूचना पर रात 9:00 बजे मडियाहू से पहुंची पशु चिकित्सा की टीम
किसी ने सूचना लखनऊ कंट्रोल रूम को दिया, इसके बाद सुचना पाकर ग्राम प्रधान गजराज यादव एवं हल्का लेखपाल व स्वास्थ्य विभाग की टीम में डा. रमेश कुमार पटेल, सहायक एमटी सौरभ सिंह, पायलट संतोष कुमार मौके पर रात करीब 9:00 बजे घटनास्थल पर पहुंचे और तड़प रही बकरियों का इलाज शुरू किया। लेकिन तब तक बारी बारी से 13 बकरियों की मौत हो गई। आधा दर्जन बकरियों का इलाज कर डॉक्टरों की टीम वापस लौट गए। अति गरीबी में जी रहे लाले गौतम की पत्नी का जीविकोपार्जन के लिए रखी गई बकरियों का सहारा टूटने से बदहवास दिखी।
आग लगने से 2 लाख रुपए की बकरियां जलकर हुई मौत
लाले गौतम की पत्नी तारा देवी ने बताया की मड़हे में आग कैसे लगी उसको पता नहीं चल पाया है। उसने यह भी बताया कि घर के अंदर कहीं अंगीठी भी नहीं जलाया था जिससे मालूम पड़ता है की मड़हे पर आग की चिंगारी कहीं से आई होगी अथवा कोई मड़हे में आग लगाया होगा।