जम्मू-कश्मीर(14फर.)। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा मेंं बड़ी आतंकी हमला हुआ है। हमले में अब तक 42 से ज्यादा जवान शहीद हो चुके है। सीआरपीएफ के 40 जवान और आरओपी के दो जवान शहीद हो चुके हैं। वहीं कई जवान गंभीर रूप से घायल हैं। यह हमला गुरुवार को करीब तीन बजे जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाकर किया गया है। इस काफिले में 2500 जवान शामिल थे। शुक्रवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह जम्मू-कश्मीर जाएंगे। कैबिनेट कमेटी इस मामले में बैठक कर रणनीति तय करेगी।
फिदायीन हमलावर ने विस्फोटक भरी कार को काफिले की बस से टकरा दिया, जिससे विस्फोट में बस के परखच्चे उड़ गए। चारो ओर बस के टुकड़े तथा मलबा पड़ा नजर आ रहा था। आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
सीआरपीएफ का 78 वाहनों का काफिला 2500 जवानों को लेकर जम्मू से श्रीनगर आ रहा था। इनमें ज्यादातर अपनी छुट्टी बिताकर ड्यूटी ज्वाइन करने जा रहे थे। सामान्य तौर पर एक हजार जवान काफिला का हिस्सा होते हैं। जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर पुलवामा जिले के लेथपोरा में काफिले को निशाना बनाया गया। पुलिस के अनुसार आत्मघाती वाहन को चला रहे मानव बम की शिनाख्त कर ली गई है। वह पुलवामा जिले के काकापोर का आदिल अहमद था, जो वर्ष 2018 में आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद में शामिल हुआ था।
पुलिस के अनुसार काफिला वीरवार को सुबह साढ़े तीन बजे जम्मू से शुरू हुआ था। उम्मीद की जा रही थी कि सूर्यास्त से पहले यह काफिला श्रीनगर पहुंच जाएगा। अमूमन रोड ओपनिंग पार्टी काफिले से पहले रहती है। घटना के तुरंत बाद सेना, पुलिस और सीआरपीएफ के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटना स्थल को सील कर स्थिति का जायजा लिया। सुरक्षाबलों द्वारा आस पास के इलाकों में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान भी चलाया गया।
घाटी में रेड अलर्ट जारी
फिदायीन हमला होने के साथ ही पूरी घाटी में अलर्ट कर दिया गया। हाईवे पर दोनों ओर से यातायात रोक दिया गया था। सैन्य प्रतिष्ठानों तथा संवेदनशील स्थानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। हाईवे सहित जगह-जगह नाकेबंदी ं लगाकर वाहनों की चेकिंग की जा रही है।