जौनपुर। बरसठी थाना क्षेत्र के हँसिया (घटमापुर) गांव में वृद्ध की फांसी के फंदे पर लटकता शव मिलने से परिजनों में कोहराम मच गया।
बता दे रामकिशुन बिन्द उम्र 65 वर्ष ने मंगलवार की रात अपने घर से दूर पाही पर बल्ली के सहारे फाँसी पर लटककर आत्महत्या कर लिया। रोजी रोटी के सिलसिले में शहर मुंबई जा रहे बड़े बेटे एवं उनके छोटे भाई जब मुलाकात करने बुधवार की सुबह घटनास्थल पर पहुंचे तब घटना का पता चल सका।
बताया जाता है कि मृतक के बड़े बेटे फूलचंद व उनके छोटे भाई विजय कल मुम्बई जा रहे थे। जब ट्रेन पर जगह नही मिली तो वह वापस नैनी स्टेशन से घर लौट आए। घर आकर बेटा फुलचन्द अपने पिता से मिलने पाही पर पहुंचे तो दरवाजा बंद मिला। जब वह दरवाजा काफी पीटने के बाद भी नही खुला तो वह टीनशेड उठा कर देखा तो पिता राम किशुन बिन्द फाँसी पर लटक रहे थे और उनकी मौत हो चुकी थी। जिसे देखने के बाद बेटा फूलचंद ने इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी। परिजन चीखते चिल्लाते मौके पर आए धीरे धीरे घटनास्थल पर भीड़ एकत्रित हो गई। उसके बाद घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंच कर दरवाजा तोड़कर शव को रस्सी से उतारा और शव बाहर निकलवाकर अग्रिम कार्यवाही में जुट गई। मृतक रामकिशुन के 10 बच्चे थे जिनमें 6 बेटे व 4 बेटियां है। वहीं मृतक की पत्नी वर्ष 2010 में ही मृत्यु हो चुकी थी। बेटो में फूलचंद, धर्मराज, बरसातू, अजय कुमार, विजय कुमार, अजित समेत छः बेटे है। जिनमे पांच बेटे व तीन बेटियों की शादी हो चुकी है। और एक छोटे बेटे और एक छोटी बेटी की शादी अभी करनी थी।