जौनपुर। समाजवादी पार्टी कार्यालय पर पूर्व मुख्यमंत्री स्व. मुलायम सिंह यादव की प्रथम पूण्यतिथि के अवसर पर निवर्तमान जिलाअध्यक्ष डा. अवधनाथ पाल के नेतृत्व में विधि-विधान से हवन पूजन कर श्रद्धांजली अर्पित कर गोष्ठी का आयोजन किया गया। वहीं गोष्ठी मे नेताजी के जीवन पर चर्चा करते हुए पूर्व एमएलसी लंलन प्रसाद यादव ने कहा कि नेताजी उत्तर भारत के बडें समाजवादी और किसान नेता रहें। एक साधारण किसान परिवार में जन्म लेने वाले मुलायम सिंह ने अपना राजनीतिक जीवन उत्तर प्रदेश में विधायक के रूप में शुरू किया और बहुत कम समय में ही मुलायम सिंह यादव का प्रभाव पूरे उत्तर प्रदेश में नजर आने लगा। मुलायम सिंह ने उत्तर प्रदेश में अन्य पिछड़े वर्ग सामाजिक स्तर को ऊपर करने में महत्वपूर्ण कार्य किया वे सदा कमजोर गरीब की आवाज बने रहे। मुलायम सिंह यादव पहली बार 1967 में विधानसभा के सदस्य चुनें गयें और मंत्री बनें, वे कई बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहें। इसके अतिरिक्त वे केंद्र में रक्षा मंत्री के रूप भी रह चुके है। मुलायम सिंह यादव जब भी पद पर रहे दलित पिछड़े अल्पसंख्यक, किसान नौजवान के लिए बेहतर काम करके दिखाने का काम किया है। मुलायम सिंह यादव सदा राष्ट्रवाद, लोकतंत्र, समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों में अटूट आस्था रही थी। भारतीय भाषाओं, भारतीय संस्कृति और शोषित पीडित वर्गों के हितों के लिए उनका अनवरत संघर्ष जारी रखा।। गोष्ठी में मुख्य रूप से पूर्व विधायक लालबहादुर यादव, राजबहादुर यादव, राहुल त्रिपाठी,राजेश यादव हिरालाल विश्कर्मा, श्रवण जयसवाल, राजेन्द्र टाइगर,डां मनोज यादव, इर्शाद मंसूरी, शुशील,विवेक रंजन, दीपचंद राम,मेवालाल गौतम,अमित यादव,डा. जंग बहादुर यादव, संजीव साहू,अजमत अली,साजिद अलीम, लाल मोहम्मद रायनी, राजदेव पाल, अनवारुल गुड्डू, शर्मिला यादव,शकील मंशूरी, विकास सभासद, मनोज मौर्या, दिनेश फौजी,अनील दूबे,रामू मौर्या,धर्मेंद्र सोनकर डा. जग बहादुर, अखिलेश यादव, हरिचंद प्रभाकर, शबनम नाज, अन्नू, लक्ष्मी शकर, आंनद मिश्रा आदि रहे। गोष्ठी का संचालन महासचिव अंखड प्रताप यादव ने किया।