जौनपुर। मछलीशहर कोतवाली क्षेत्र में कोढ़ा गांव में ग्रामीणों ने बहादुरी के साथ मुकाबला कर पशु तस्करों के चंगुल से भैंस मुक्त कराकर भैंस चोरी का प्रयास असफल कर दिया। जबकि थोड़ी दूर पर गस्त कर रही कोतवाली पुलिस मूक दर्शक बनी रही। पुलिस की कार्य प्रणाली चर्चा का विषय बनी हुई है।
बताया जाता है कि बीती रात रायबरेली-जौनपुर हाईवे पर स्थित कोढ़ा गांव निवासी दिनेश यादव पुत्र ओंकार यादव की कीमती भैंस दरवाजे पर बधी थी। पशुपालकों को सोता देख पशु तस्कर खूँटे से भैंस छोड़कर सड़क पर स्थित रिया रायल होटल के पश्चिम तरफ स्थित तिवारी बिल्डिंग के पास खड़ी पिकप पर लाद रहे थे। इसी बीच पशु स्वामी की नींद खुल गई तो भैंस दरवाजे पर न देख शंका हुई। आधा दर्जन लोगों के साथ भैंस खोजने निकल पड़े। जब उक्त स्थल पर खड़ी पिकप के पास पहुंचे तो तीन व्यक्ति उनकी भैंस पिकप पर लाद रहे थे। दो भैंस पहले से लदी थी।ग्रामीणों ने शोर मचाते हुये ललकारा तो पशु तस्कर ईंट पत्थर से ग्रामीणों पर हमला बोल दिये। जबाब में ग्रामीण भी शोर मचाते हुए जबाबी हमला शुरु किये। इस बीच काफी संख्या में ग्रामीणों को आते देख पशु तस्कर भुक्तभोगी की भैंस छोड़कर पिकप व दो भैंस के साथ फरार हो गये। ग्रामीणों का आरोप है कि शोर सुनकर थोड़ी दूर पर गस्त कर रहे सब इंस्पेक्टर हसन रिजवी मौके पर पहुंच गये।ग्रामीणों ने पिकप का पीछा करने का अनुरोध किया तो उल्टे ग्रामीणों को नसीहत देने लगे कि अपनी भैंस की रखवाली खुद करो। अब तक सुजानगंज पहुंच चुकी होगी। भुक्तभोगी पशु पालक ने शनिवार को प्रार्थना पत्र देकर पशु तस्करी पर रोक लगाने व गिरफ्तारी की मांग की।