जौनपुर। यूपी के जौनपुर दीवानी न्यायालय के अधिवक्ता साहिल निवासी मातापुर का धारा 151 में चालान कर जेल भेजने और दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए अधिवक्ताओं ने पुलिस प्रशासन एवं सिटी मजिस्ट्रेट के खिलाफ नारेबाजी प्रदर्शन किया। पूरे दिन न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया। नाराज अधिवक्ताओं ने गेट नंबर 3 पर बंदियों की रोक दिया।
अधिवक्ताओं ने डीएम आवास के सामने एवं अंबेडकर तिराहे पर जमकर धरना प्रदर्शन व नारेबाजी किया। 3:15 बजे तक अधिवक्ता अंबेडकर तिराहे पर प्रदर्शन करते रहे। अध्यक्ष जितेन्द्र नाथ उपाध्याय की अध्यक्षता व मंत्री अनिल कुमार सिंह के संचालन में साधारण सभा की बैठक में सिटी मजिस्ट्रेट देवेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित हुआ। सिटी मजिस्ट्रेट पर अपराधियों को भू माफियाओं को संरक्षण देने का एवं अधिवक्ताओं को फर्जी मुकदमें में फसाने की धमकी देने का गंभीर आरोप लगाया गया तथा प्रस्ताव के जरिए मुख्यमंत्री से मांग की गई कि सिटी मजिस्ट्रेट के विरुद्ध जांच कराकर उन्हें निलंबित करें। अधिवक्ताओं का कहना है कि जब तक सिटी मजिस्ट्रेट के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती नहीं होती तब तक आंदोलन चलता रहेगा। मंगलवार से आंदोलन को और तेज धार दी जाएगी।नारेबाजी व धरना प्रदर्शन में अधिवक्ता सुभाष चंद्र यादव, रमेश सोलंकी, प्रेमनाथ पाठक, राजकुमार यादव,अश्वनी मिश्र, अजीत सिंह,हिमांशु श्रीवास्तव,मोहम्मद उस्मान , पंकज श्रीवास्तव,विनय सिंह, रण बहादुर यादव, राजनाथ यादव, शहंशाह हुसैन,अवनीश चतुर्वेदी, विकास तिवारी, आनंद गुप्ता,विनय उपाध्याय, धीरेंद्र उपाध्याय,गोरख श्रीवास्तव, शिव प्रसाद गिरि, शैलेश मिश्रा, अभिनव मिश्र, प्रशांत उपाध्याय, मोहित जायसवाल, आशुतोष श्रीवास्तव, संदीप यादव, शिवनारायण मौर्य, निलेश निषाद, अवधेश यादव, मंजीत कौर, मंजू शास्त्री आदि अधिवक्ता मौजूद थे।