जौनपुर। मड़ियाहूं तहसील के औंरा ग्रामसभा में लेखपाल एवं कानूनगो के द्वारा काश्तकारों को सरेआम दरोगा के सामने गाली देने एवं गलत पैमाइश करने के विरोध में गुरुवार को 25 से अधिक संख्या में काश्तकारों ने धरना प्रदर्शन कर एसडीएम के नहीं होने पर रामपुर नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर जांच की मांग किया।
बताते चलें कि दो दिन पूर्व कानूनगो जय प्रकाश उपाध्याय अपने साथ तहसील के लेखपाल अभिलाष यादव एवं अन्य लेखपाल और चौकी प्रभारी कश्यप सिंह को लेकर रामलाल पटेल का जमीन पैमाइश करने के लिए औरा गांव सभा में पहुंचे। आरोप है कि कानूनगो जहां खड़े थे वहीं से अपना जरीब लगाकर पैमाइश करना शुरू कर दिया। पैमाइश का पता चलते ही रामलाल पटेल की बगल का काश्तकार प्रवीण कुमार एवं दिनकर सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने खेत की पैमाइश डाढ़ से नहीं बल्कि सरहद से करने की बात करते हुए बताया कि हम लोगों को कोई नोटिस ही नहीं दिया गया तो पैमाइश करने कैसे चले आए। फिलहाल अगर आ ही गए हैं तो सरहद से पैमाइश करना पड़ेगा। बताया जाता है कि कानूनगो सरहद से पैमाइश करने के लिए राजी नहीं हो रहा था। जिसके बाद कहासुनी हो गई। चौकी प्रभारी कश्यप सिंह ने दोनों पक्षों को बीच पहुंचकर मान मन्नौवल कर अलग किया। तभी आरोप है कि साथ गया लेखपाल अभिलाष यादव फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी देते हुए गाली गलौज कर लिया जिससे एक बार फिर मामला गरमा गया। जिसके बाद सभी ग्रामीण एकजुट हो गए और पैमाइश बंद हो गया। कानूनगो एवं लेखपाल के गाली गलौज से नाराज होकर 25 से अधिक की संख्या में गुरुवार को औंरा ग्राम सभा से काश्तकार ग्राम प्रधान बच्चन लाल सरोज के प्रतिनिधि राजन सिंह के नेतृत्व में तहसील पहुंचे। काश्तकारों ने पहले नारेबाजी करते हुए पूरे तहसील का चक्रमण किया। उसके बाद मड़ियाहूं एसडीएम कुणाल गौरव के कार्यालय के सामने खड़े होकर आधे घंटे तक प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी किया। बाद में रामपुर के नायब तहसीलदार संदीप कुमार सिंह ने पहुंचकर काश्तकारों से ज्ञापन लिया और काश्तकारों को भरोसा दिया कि जो भी जमीन की पैमाइश गलत किया जा रहा था उसे सरहद से नाप कर अलग किया जाएगा। काश्तकारों ने बताया कि लेखपाल फर्जी मुकदमे कराने के लिए रामपुर थाने पर तहरीर दिया है। जिस पर नायब तहसीलदार ने थानाध्यक्ष रामपुर को भी फोन कर निर्देशित किया कि जब तक कोई जांच नहीं हो जाती तब तक के लिए कोई कार्रवाई नहीं किया जाए तब जाकर कास्तकार संतुष्ट हुए।