फालोअप
जौनपुर। खुटहन थाना क्षेत्र के मेढ़ा गांव में सप्ताह पूर्व से बुखार से पीड़ित चल रही महिला और युवती के द्वारा शनिवार की शाम चिरैता और पीपर एक साथ उबालकर कर पी लेने से दोनों को उल्टी दश्त शुरू हो गई। दोनों का स्थानीय एक निजी चिकित्सालय में उपचार शुरू हुआ। सुधार न होने पर उन्हें जिला चिकित्सालय ले जाया गया। जहां उपचार के दौरान दोनों की मौत हो गई। स्वजनों ने घटना की सूचना थाने पर दिया। अस्पताल पहुंची पुलिस ने दोनों शव को कब्जे में लेकर अंत्य परीक्षण हेतु भेज दिया गया।
मेढ़ा गांव निवासी 52 वर्षीय शारदा देवी पत्नी अमरजीत गौतम लगभग एक सप्ताह से बुखार से पीड़ित चल रही थी। वहीं इनकी पड़ोसी 22 वर्षीय कुमकुम पुत्री राधेश्याम गौतम वर्षों से किसी असाध्य रोग से पीड़ित चल रही थी। जिसका उपचार चल रहा था। मृतका कुमकुम की माता का आरोप है कि शनिवार की शाम को शारदा देवी उसके हैंडपंप से बाल्टी में पानी भर अपने घर ले जा रही थीं। आरोप है कि वे जब वह पानी घर में रख लौटी तो अपने साथ लगभग 25 ग्राम चिरैता और तीन गांठ पीपर लेकर आयीं। कुमकुम की छोटी बहन से उसे उबालने को कहा। उसके मना करने पर वह खुद पीपर को कूटकर आग जलाकर एक कटोरी में चिरैता और पीपर उबालने लगी। उबल जाने के बाद उसे ठंडा कर एक घूंट खुद पी गई और उतनी मात्रा कुमकुम को भी दे दिया। पीने के दस मिनट बाद पहले शारदा देवी को उल्टी दश्त शुरू हो गया। स्वजन उन्हें बगल एक निजी चिकित्सालय ले गए। तभी कुमकुम की भी हालत वैसी ही होने लगी। हालत गंभीर होने पर उन्हें बदलापुर सीएचसी ले जाया गया। जहां चिकित्सकों की सलाह पर उन्हें जिला चिकित्सालय ले जाया गया। जहां देर रात दोनों ने दम तोड़ दिया। मृतका शारदा देवी की सास चनरा देवी का आरोप है कि कुमकुम के घर कई दिनों पूर्व चिरैता और पीपर उबालकर उसका पानी बोतल में रखा गया था। जिसे वह खुद पीने के बाद उसकी बहू को भी पिला दिया। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक इंस्पेक्टर राजेश यादव का कहना है कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पायेगा।