जौनपुर(05फर.)। आयुष्मान के लिए निजी अस्पताल खरे नहीं उतर रहे हैं। जिले में जिन निजी और सरकारी अस्पतालों का चयन किया जा रहा है, वह सुविधाओं व विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती के लिहाज से मानक को पूरा नहीं कर रहे हैं। कई अस्पताल तो ऐसे हैं जिनमें आन काल जिन डाक्टरों की उपस्थिति दिखाई गई हैं, उसमें ज्यादातर चिकित्सक जिले के बाहर के हैं। ऐसे में इन अस्पताल आयुष्मान के मानक पर खरे नहीं उतर रहे हैं। निजी अस्पतालों में गंभीर मरीज के पहुंचने पर इलाज किस तरह से होगा इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। इलाज पर आने वाले खर्च के भुगतान में लेट लतीफी के कारण निजी अस्पताल पैनल कराने में रुचि नहीं ले रहें हैं। आयुष्मान के 1.86 लाख लोगों का चयन किया गया है। अभी तक 32000 हजार लोगों को ही गोल्डेन कार्ड दिया जा सका है।
आयुष्मान योजना की शुरूआत हुए करीब पांच माह से अधिक का समय बीत चुका है। अभी तक केवल नौ निजी अस्पतालों ने पैनल कराया है। तीन अस्पतालों ने पैनल कराने के लिए आन लाइन आवेदन किया है। जिन अस्पतालों का चयन किया गया है उनमें जिला अस्पताल महिला और पुरुष, केराकत सीएचसी, बदलापुर, डोभी सीएचसी और निजी अस्पतालों में ईशा अस्पताल, आशीर्वाद हास्पिटल, सिद्धार्थ हास्पिटल, कुंवर दास सेवा आश्रम पंचहटिया शामिल हैं। इनके अलावा कृष्णा हार्ट केटर एण्ड मैटर्निटी सेंटर, पार्थ हास्पिटल और आरोग्य हास्पिटल जलालपुर ने पैनल कराने के लिए आवेदन किया है। 21 से 31 जनवरी 2019 तक चलाए गए अभियान में 16 हजार लोगों को गोल्डेन कार्ड बनाया गया।
इन अस्पतालों पर बनाया जा रहा कार्ड
• आयुष्मान योजना के तहत चयनित पात्रों को जिला पुरुष और महिला अस्पताल, बदलापुर और केराकत सीएचसी सेंटर से गोल्डेन कार्ड बनाया जा रहा है। अभी केवल चार अस्पतालों के लिए पासवर्ड मिला है। पासवर्ड मिलने के बाद सभी 21 सीएचसी पर गोल्डेन कार्ड बनाया जाएगा। इसके लिए 600 कामन सर्विस सेंटरों को भी जोड़ने की पहल चल रही है।
अस्पतालों को आयुष्मान योजना के क्रियान्वयन का तरीका पता नहीं
• आयुष्मान भारत योजना का मरीजों को बेहतर ढंग से लाभ नहीं मिल पा रहा है। अधिकांश अस्पतालों को इस योजना के क्रियान्वयन का तरीका नहीं पता है। योजना लागू होने के बाद इस योजना से जुड़े अस्पतालों में मरीज तो पहुंचे हैं लेकिन उन्हें जानकारी के लिए काफी भागदौड़ करना पड़ता है।
नौ अस्पतालों का हुआ चयन, तीन का आवेदन
• आयुष्मान योजना के तहत जिन अस्पतालों का चयन किया गया है उसमें जिला अस्पताल महिला और पुरुष, केराकत सीएचसी, बदलापुर, डोभी सीएचसी शामिल है। निजी अस्पतालों में ईशा अस्पताल, आशीर्वाद हास्पिटल, सिद्धार्थ हास्टिल, कुंवर दास सेवा आश्रम पंचहटिया शामिल हैं। इनके अलावा कृष्णा हार्ट केटर एण्ड मैटर्निटी सेंटर, पार्थ हास्पिटल और आरोग्य हास्पिट जलालपुर ने पैनल कराने के लिए आवेदन किया है।
122 मरीजों को मिला योजना का लाभ
• आयुष्मान योजना के तहत जिले में 1.86 लाख पात्रों का चयन किया गया है। पांच में 122 मरीजों को इस योजना का लाभ मिल पाया है। गोल्डेन कार्ड बनाने में हो रही देरी के कारण मरीजों को योजना की जानकारी नहीं मिल पा रही है।
आयुष्मान के लिए अधिकारियों ने क्या कहा
• जौनपुर सीएमओ डा. रामजी पांडेय का कहना है कि मरीजों को गुणवत्ता युक्त चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए निजी अस्पतालों को भी पैनल में शामिल किया जा रहा है। राज्य और जिला हेल्थ एजेंसी आवेदन करने वाले अस्पतालों के मानक जांचेगी। उसके बाद ही अस्पतालों को पैनल में शामिल किया जाएगा। 32 हजार लोगों को गोल्डेन कार्ड बनाया गया है।