जौनपुर(05फर.)। रामनगर क्षेत्र के बाजारों में विभिन्न प्रकार की बीमारियां फैल जाने और इलाज के दौरान कई मरीजों की मौत होने के बाद क्षेत्रीय लोगो के ऑनलाइन शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ मंगलवार को जांच अभियान चलाकर जांच किया। जांच अभियान के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामपुर अधीक्षक डॉ प्रभात कुमार यादव अपने सहयोगी डॉ प्रवीन कुमार सिंह, डॉ रुचि सिंह व डॉ संजय कुमार सिंह की संयुक्त टीम ने जयसिंहपुर बाजार में आशिर्वाद अल्ट्रासाउंड सेंटर, पैथोलॉजी सेंटर व प्रिन्स हॉस्पिटल पर छापे मारी किया। जहां विभागीय अधिकारियों की ओर से कई झोला छाप डाक्टरों को नोटिस जारी की गई है। विभागीय कार्रवाई के चलते झोलाछाप डॉक्टरों में अफरा तफरी का भी माहौल रहा। कई डॉक्टर क्लीनिकों में ताला लगाकर भाग निकले। फर्जी डिग्री लेकर मरीजो के जीवन के साथ अमानवीय खेल खेला जा रहा है। इस पर गहरी नाराजगी जताते हुए प्रभारी चिकित्साधिकारी रामपुर ने डॉक्टरों को चेतावनी दी कि यदि उन्होंने दो दिनों के भीतर नोटिस का जवाब नहीं दिया तो संबंधित डॉक्टरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि बिना लाइसेंस के संचालित हॉस्पिटल पर बिना प्रशिक्षित डॉ के ऑपरेशन द्वारा उर्मिला देवी पत्नी सुनील पटेल निवासी कालूपुर (गुतवन), सोनम तिवारी पत्नी रोहित तिवारी निवासी तिवरान नेवढ़िया, सुनीता देवी पत्नी रणजीत पटेल निवासी महेवा गोपालापुर की डिलवरी कराई गई है। जांच अधिकारीयों ने कहा कि आशा संगिनी या एनम की हॉस्पिटल पर मरीज पहुचाये जाने की संलिप्तता पाई गयी तो उनके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही की जाएगी। इस संदर्भ में प्रभारी चिकित्साधिकारी रामपुर प्रभात यादव ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत व उच्चधिकारियों के आदेश पर यह कार्यवाही की गई है जल्द ही सभी झोला छाप डॉक्टरों के खिलाफ उचित कार्यवाही की जाए।