जौनपुर। उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ मड़ियाहूं तहसील इकाई के तहसील अध्यक्ष के नेतृत्व में दर्जनों लेखपालों ने अपनी मांगों को लेकर उप जिलाधिकारी मड़ियाहूं को ज्ञापन सौंपा है। मांगे नहीं माने जाने पर सारी जिम्मेदारी प्रशासन पर सौपते हुए धमकी दिया है।
लेखपाल संघ ने कहा कि तहसीलदार की रवैया उपेक्षा पूर्ण और बहुत दुर्भाग्यपूर्ण
मड़ियाहूं तहसील लेखपाल संघ इकाई तहसील अध्यक्ष रमेश चंद्र त्रिपाठी के नेतृत्व में उपजिलाधिकारी मड़ियाहूं को कई बिंदुओं पर समस्याओं के निराकरण हेतु ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में कहा कि समस्याओं के निराकरण के लिए पूर्व में जो ज्ञापन दिया गया था उस पर अभी तक सहानुभूतिपूर्वक विचार नहीं किया गया। जिसके कारण लेखपाल संवर्ग आहट वह आक्रोशित है और वर्तमान परिस्थिति में कार्य सरकार का करने में असहज महसूस कर रहा है। लेखपाल संवर्ग के हितों से संबंधित कार्यों के प्रति वर्तमान तहसीलदार महोदय की उपेक्षापूर्ण रवैया बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण एवं खेद जनक है। ऐसी स्थिति में उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ तहसील मड़ियाहूं के समस्त सदस्य 1 फरवरी से प्रशासनिक ग्रुप से हट जाएंगे एवं वर्तमान तहसीलदार महोदय के आदेश निर्देश का अनुपालन नहीं करेंगे। यह अनुपालन तब तक नहीं होगा जब तक संवर्ग की समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता है।
राजस्व निरीक्षक द्वारा लेखपालों के प्रति उदासीन रवैया अपनाने पर आक्रोश
इसी क्रम में लेखपाल संघ ने उपजिलाधिकारी को यह भी बताया कि राजस्व निरीक्षक रामपुर श्यामलाल द्वारा लेखपाल भाइयों से अभद्र व्यवहार एवं सहयोग और मानसिक आर्थिक शोषण कर रहे हैं। राजस्व निरीक्षक द्वारा लेखपाल संवर्ग का अहित कार्य करने के कारण समस्त संवर्ग राजस्व निरीक्षक रामपुर से व्यथित है। ऐसी परिस्थिति में लेखपाल संवर्ग राजस्व निरीक्षक के आदेश निर्देश को मानने से इनकार करता है एवं चेतावनी देता है कि भविष्य में सवंर्ग की उपेक्षा करने पर उनके प्रति कठोर निर्णय लेने के लिए संघ मजबूर है। अगर राजस्व निरीक्षक का कार्य व्यवहार इसी तरह चलता रहा तो इसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।