जौनपुर। रामपुर थाना क्षेत्र के भदोही जौनपुर हाईवे पर वाहन चेकिंग करते हुए पुलिस ने फर्जी दारोगा को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार फर्जी दरोगा के पास से लाल नीली बत्ती लगा स्कॉर्पियो और भारी मात्रा में मोबाइल, वाकी टाकी, चार्जर लोगो एवं कईआधार कार्ड व मोहर बरामद किया है। पुलिस की माना जाए तो फर्जी वर्दीधारी दरोगा कई माह से सड़कों पर भारी वाहनों से वसूली करता था। पुलिस ने गुरुवार की रात 9.15 बजे मुखबिर की सूचना पर वर्दीधारी दरोगा को गिरफ्तार किया है।
शुक्रवार की अपराहन सीओ मडियाहू अशोक कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया की रामपुर भदोही एन एच हाईवे मार्ग पर पुलिस संदिग्ध वाहनों की जांच कर रही थी। तभी पुलिस को मुखबिर ने सूचना दिया कि जौनपुर-भदोही मार्ग पर संदिग्ध स्कार्पियो लाल नीली बत्ती लगी कोई वर्दीधारी दरोगा बड़े वाहनों की चैकिंग कर वसूली कर रहा है। थानाध्यक्ष दिव्य प्रकाश सिंह क्षेत्राधिकारी मड़ियाहूं अशोक कुमार सिंह को सूचना देते हुए मुखबिर के बताए हुए जगह पर पहुंचे तो एक लाल नीली लगी बत्ती स्कॉर्पियो जिसमें झारखंड बिहार का नंबर लगा हुआ था जौनपुर की ओर आता हुआ दिखाई दिया।
थानाध्यक्ष दिव्य प्रकाश सिंह ने वाहन रोका तो उसमें दरोगा की वर्दी में बैठा युवक से पूछताछ की तो उसने अपना नाम शैलेंद्र कुमार भारद्वाज उर्फ संतोष पुत्र स्व. बाबूलाल निवासी ग्राम शीतलटोला पोस्ट आथर थाना नवानगर जिला बक्सर बताया। जब उसकी तैनाती का स्थल पूछा गया तो वह भदोही में अपनी तैनाती बताया। जिसके बाद पुलिस ने तुरंत भदोही कंट्रोल रूप से संपर्क साधा तो उस नाम पते का कोई भी नहीं मिला। पुलिस को उस पर शक हुआ तो कडाई से पुछताछ की गई तो उसने अपना सच उगल दिया।
रामपुर पुलिस की माना जाए तो गिरफ्तार वर्दीधारी दरोगा रात में सड़कों पर निकलता था और वर्दी पहनकर भारी वाहनों के चालकों के बीच धौंस जमाकर ट्रकों को सडकों पर रोक कर चेकिंग के बहाने पैसा वसूली करता था। गिरफ्तार युवक के पास से एक झारखंड नंबर की स्कार्पियो लाल नीली बत्ती सहित, एक वाकी टाकी हैंडसेट, चार्जर, 2 मोबाईल, 2 सीम कार्ड,10 आधार कार्ड जो अलग-अलग राज्यों के बनवाकर रखा था। क्षेत्राधिकारी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि ऐसे ही मामलों में एक बार आरोपी और जेल जा चुका है। गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ और जनपदों में अपराध कारित करने की कुंडली खंगाली जा रही हैं। गिरफ्तार करने वाली टीम में थानाध्यक्ष दिव्य प्रकाश सिंह,, उपनिरीक्षक शिवप्रकाश पाठक, उपनिरीक्षक मोरध्वज दुबे, कांस्टेबल आकाश चौहान, सुरेंद्र चौधरी, अमृत चौधरी नीरज वर्मा रहे।