जांच अधिकारी ने जिलाधिकारी के आदेश को दिखाया ठेंगा –
दो माह बाद भी नहीं शुरू की जांच की कार्रवाई —
जौनपुर(04फर.)। बिकास खण्ड मुंगराबादशाहपुर के ग्राम पंचायत धौरहरा ग्राम में बिकास कार्यों की ब्यापक पैमाने पर धांधली करने की शिकायत पर डीएम क की जाँच के निर्देश देने के बाद भी दो माह बीत जाने के बाद जांच अधिकारी एईएमआई /आरईडी ने जाँच नहीं कर ठेंगा दिखा दिया है। शिकायत कर्ता ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर जांच अधिकारी की पर संदेह की ऊंगली उठाई है।
जानकारी के अनुसार मुंगराबादशाहपुर बिकास खण्ड के ग्राम पंचायत धौरहरा निवासी बिनय कुमार पाण्डेय ने जिलाधिकारी अरबिंद मलप्पा बंगारी को दिए गए पत्र में बताया है कि ग्राम पंचायत धौरहरा के ग्राम प्रधान दयाराम सरोज एवं ग्राम बिकास अधिकारी अशोक कुमार शर्मा द्वारा गांव में बिकास कार्य हेतु आये बजट में लाखों का घोटाला किये जाने के बाबत बीते 13-11-2018 को तहसील दिवस के बाद 26 नवंबर 2018, 12 दिसम्बर 2018 एवं 24 दिसम्बर 2018 को जिलाधिकारी कलेक्ट्रेट कार्यालय पर साक्ष्य एवं शपथ पत्र के साथ प्रार्थना पत्र देकर जांच कराने की मांग किया था । बिनय ने बताया है कि ग्राम प्रधान दयाराम सरोज एवं ग्राम बिकास अधिकारी अशोक कुमार शर्मा द्वारा बिद्यालय में कराये गये कार्यो में जहां लाखों का घोटाला किया गया है वहीं खड़न्जा निर्माण, नाली निर्माण के साथ ही स्वच्छता अभियान के तहत बनाये जाने वाले शौचालय निर्माण में भी जमकर हेराफेरी की गई है । शिकायत की जांच हेतु जिलाधिकारी अरबिंद मलप्पा बंगारी ने एईएमआई/आरईडी को जांच अधिकारी नामित करते हुए जांच रिपोर्ट शीघ्र उपलब्ध कराने का निर्देश दिया । लेकिन लगभग दो माह बाद भी जांच अधिकारी ने जांच की जिम्मेदारी का निर्वहन करने का प्रयास ही नहीं किया । जिसके चलते जांच की कार्रवाई अधर में लटक हुई है। बिनय कुमार ने एक बार फिर जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर जांच अधिकारी की भूमिका पर संदेह ब्यक्त करते हुए शिकायत की खुली जांच कराने की मांग की है ।