जौनपुर। गौराबादशाहपुर थाना के बिझवार सागर में मुर्गी फारम चलाने वाले की गैस से संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी। जबकि मृतक के साथ 1700 मुर्गी के बच्चे भी मर गये।
बिझवारसागर गांव निवासी प्रदीप निषाद का पुत्र मनीष 22 वर्ष मुर्गी का फार्म अपने घर से लगभग 300 मीटर की दूरी पर 12 वर्षों से चलाता आ रहा था। रोज की भांति सोमवार की रात खाना खाकर मुर्गी फार्म पर जाकर मनीष भूसी की भट्ठी और गैस की भठ्ठी चालू कर उसमें कुछ दवा लगाकर सो गया।
अनुमान लगाया जाता है कि भूसी से निकली जहरीली गैस के चलते उसकी मौत हो गयी। सुबह गांव के एक ब्यक्ति ने देखा कि मनीष मुंह के बल पड़ा हुआ था जिसने शोर मचाया। शोर सुनकर उसकी मां और गांव के लोग पहुंचे तो अन्दर से दरवाजा बंद था। मुर्गी फार्म में लगी जाली को तोड़कर लोग अंदर घुस कर दरवाज की सिटकिनी खोल कर मनीष को बाहर निकालकर देखा तो उसकी मौत हो चुकी थी। लेकिन परिजनो ने उठा कर जिलाचिकित्सालय ले गये जहां डाक्टरो ने देखते ही मृत्यु घोषित कर दिया। सुचना पर गौराबादशाहपुर थानाध्यक्ष, केराकत सीओ मौके पर पहुंच कर लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक अपने मां बाप का एकलौता लड़का था। मां का रोते रोते बुरा हाल हो गया है उसके मौत से गांव में सन्नाटा पसर गया है।
Home / Latest / जौनपुर। मुर्गी फार्म चलाने वाले की संदिग्ध परिस्थितियों में हुआ मौत, पुलिस जांच में जुटी।