जौनपुर। मड़ियाहूं पीजी कालेज में रोजगार सृजन केंद्र का उद्घाटन किया गया। इस केंद्र का मकसद छात्र एवं छात्राओं को स्वरोजगार के तहत हर हाथ को रोजगार देकर आत्मनिर्भर बनाना है। इससे उन गरीब छात्र-छात्राओं को लाभ मिलेगा जो पारिवारिक दृष्टि से कमजोर रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। रोजगार सृजन केंद्र को नई शिक्षा नीति के तहत छात्रों को रोजगार से जोड़ने का प्रयास है।
मड़ियाहूं पीजी कॉलेज के प्रांगण में जिला प्रमुख मनोज पांडे के नेतृत्व में रोजगार सृजन केंद्र कार्यालय की स्थापना किया गया। कार्यालय का उद्घाटन स्वदेशी जागरण मंच यूपी के क्षेत्रीय संगठन
मंत्री अजय जी के हाथों किया गया।
रोजगार सृजन केंद्र का कार्य देख रहे प्रो. विवेक मिश्र ने अथक परिश्रम से छात्र हित के लिए वृहद कार्यक्रम का आयोजन किया।
इस मौके पर संगठन मंत्री अजय ने बतौर मुख्य अतिथि कहा कि छात्र 40 साल तक कंपटीशन की तैयारी ही नहीं करेंगे। अपने युवा ऊर्जा को यूं ही नष्ट नहीं करेंगे, अपितु छात्र जीवन में ही स्वरोजगार के माध्यम से धन अर्जन का कार्य प्रारंभ करेंगे। इस योजना का उद्देश्य चीन के बढ़ते हुए आर्थिक दबदबे को कम करना है।
आज भारत वासियों की मेहनत की कमाई का एक बड़ा हिस्सा चीन को जा रहा है। जबकि हमारे छात्र बेरोजगार और लाचार होते जा रहे हैं। ऐसी स्थिति में महाविद्यालय के शिक्षक या क्षेत्र के समस्त जागरूक नागरिकों की जिम्मेदारी बनती है की स्वरोजगार के माध्यम से देश को आर्थिक रूप से सशक्त बनाएं। इसकी पूरी संभावनाएं हमारे गांव क्षेत्र में उपलब्ध हैं, सिर्फ छात्रों को सही दिशा देने की आवश्यकता है। यह दिशा स्वरोजगार सृजन केंद्र के द्वारा ही दिया जा सकेगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मड़ियाहूं पीजी कॉलेज के प्राचार्य प्रो. एसके पाठक ने करते हुए कहा कि यदि हमें आर्थिक आजादी न मिली तो हम धीरे-धीरे आर्थिक गुलामी की तरफ अग्रसर हो जाएंगे। ऐसा हमारे देश का कोई भी नागरिक कदापि नहीं चाहेगा इसलिए समय की मांग है कि हम जागरूक हो जाएं। और स्वरोजगार सृजन केन्द्र से जुड़कर चीन जैसे देश का आर्थिक रीढ़ तोड़ने का काम करें।कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि ने सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर एवं दीप प्रज्वलित कर किया। उसके बाद छात्र-छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना, स्वागत गीत के साथ-साथ स्वरोजगार से जुड़े प्रेरणादाई गीत भी गाए गए।
कार्यक्रम में विद्यार्थी परिषद के प्रमुख मनोज शुक्ला, पूर्व प्राचार्य प्रो. अंजनी पांडेय, प्रो. अजय वर्मा, प्रो. सुमन सिंह, सुजीत पटेल, आशुतोष शर्मा, दया सिंधु, संजय सरोज राजपाल, डॉ. जेपी दुबे, डीजे चतुर्वेदी, डॉ. कुरील मौजूद रहकर छात्रों को इस दिशा में प्रेरित किया। कार्यक्रम का संचालन प्रो. विवेक मिश्र ने किया।