जौनपुर। मड़ियाहूँ कोतवाली क्षेत्र के ददरा गांव स्थित एक पोखरे में मंगलवार की सुबह शव पाये जाने से सनसनी फैल गई। शव पोखरे के बीच औंधे मुंह उतराया हुआ था। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव की पहचान किया। पहचान के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अंत्य परीक्षण हेतु भेज दिया।
मंगलवार की सुबह ददरा गांव स्थित सीताराम के पोखरे में औधे मुंह एक शव गांव के ग्रामीणों ने उतराया हुआ देखा। ग्राम प्रधान अवधनारायण यादव की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंचकर शव की पहचान कोतवाली में दर्ज गुमशुदगी रिपोर्ट के जरिए किया। जिनकी पहचान जिलाजीत जैसवार पुत्र मुन्नीलाल जैसवार 50 वर्ष निवासी ग्राम आशापुर सिरौली थाना रामपुर के रूप में की गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अंत्य परीक्षण हेतु भेजते हुए मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
घटना के संबंध में बताया जाता है कि रामपुर थाना क्षेत्र के सिरौली आशापुर गांव निवासी जिलाजीत जैसवार मुंबई में सपरिवार रहकर कपड़े की सिलाई का काम करता था। वह अपनी बहन की बीमारी की सूचना पाकर शनिवार को गोदान एक्सप्रेस से गांव के लिए चला। मामले में रामपुर थाना क्षेत्र के गंधौना निवासी जिलाजीत के साले राजकुमार ने बताया कि उन्होंने रविवार को मोबाइल से बात किया था जिसमे मृतक ने बताया कि गांव के ही दो लोग और मिल गए हैं जिनके साथ मैं घर आ रहा हूं। तुम लोग जमालापुर बाजार मेरा इंतजार करना। शाम तक उक्त बाजार में नहीं पहुंचने पर राजकुमार ने अपने सहयोगियों के साथ बहुत खोजबीन किया परंतु जिलाजीत का पता नहीं चल सका। जिलाजीत की गुमशुदगी की तहरीर शनिवार की रात कोतवाली में भी दिया गया था। परंतु पुलिस कोई सुराग नहीं पा सकी थी।
इस संबंध में कोतवाल ओम नारायण सिंह ने बताया कि शव को देखने से प्रथम दृष्टया पानी में डूबने से मौत होना प्रतीत होता है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने अथवा परिजनों के तहरीर के आधार पर मामले की जांच कर कारवाई किया जाएगा।