जौनपुर। मड़ियाहूं नगर पंचायत के चुनाव की तारीख अभी तक सरकार द्वारा घोषणा नहीं किया गया है। लेकिन नगर में भाजपा प्रत्याशियों की सूची लंबी होती जा रही हैं।जिसके कारण भाजपा पार्टी संगठन संशय में पड़ गया है कि किसे प्रत्याशी बनाया जाए। संगठन इसकी भी तलाश और मंथन कर रही है कि जिस प्रत्याशी को नगर में चुनाव के लिए खड़ा किया जाए उसका विरोध भी ना हो और पार्टी का झंडा नगर पंचायत में चुनाव के जीत के बाद बुलंद रहे। इसके लिए नगर में गुप्त रूप से संगठन सर्वे करा रहा है। अभी तक किसी भी भावी प्रत्याशी ने संगठन में आवेदन नहीं कराया है। लेकिन 12 प्रत्याशी जनता के बीच अपना प्रचार प्रसार शुरू कर दिया।
मड़ियाहूं नगर पंचायत के लिए जैसे-जैसे चुनाव का समय नजदीक आता जा रहा है वैसे-वैसे भाजपा पार्टी की तरफ से एक से बढ़कर एक भाजपा कार्यकर्ता पार्टी से चुनाव लड़ने के लिए कमर कस कर खड़े हो गए हैं और जनता के बीच अपनी पक्की जीत मान चुके हैं लेकिन किसी भी कार्यकर्ता का अभी तक संगठन ने कोई आवेदन न ही लिया है और न लिया जा रहा है।
मड़ियाहूं नगर से ताल ठोकने वाले कौन-कौन है प्रत्याशी।
मड़ियाहूं नगर पंचायत के चुनाव में पहला नाम समाजवादी पार्टी को छोड़कर भाजपा पार्टी में कुछ दिन पूर्व शामिल हुए पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष कमला साहू का है, दूसरा नाम उत्तर प्रदेश के राज्यपाल से अनुमोदित एवं राज्य सरकार द्वारा नामित नगर पंचायत मड़ियाहूं के सभासद वरिष्ठ चिकित्सक डॉ अरुण कुमार मिश्रा उर्फ नागेश मिश्रा है। जिसके बाद तीसरा नाम पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष राजेंद्र कौर के पति परमजीत सिंह का आता है, चौथा नाम सोनी जायसवाल पत्नी विनोद जायसवाल, पांचवा नाम भाजपा के नगर पंचायत के पूर्व प्रत्याशी विनोद सेठ का है। छठवां नाम सभासद नितेश सेठ, सातवां नाम दिलीप जायसवाल, आठवां नाम राजकुमार मोदनवाल नौवां छोटेलाल जायसवाल, दसवां विनोद मौर्या, ग्यरहवां अनिल निगम का आ रहा है। इसके अलावा बारहवें प्रत्याशी कपड़ा व्यवसाई कवलजीत सिंह उर्फ गब्बर भाजपा पार्टी से ही अपनी दावेदारी ठोककर ताल से ताल मिलाकर चल रहे हैं।
(यह नाम बीआरसी 24 न्यूज़ के द्वारा सर्वे पर इकठ्ठा कर लिखा गया क्रम है, किसी भी सम्मानित प्रत्याशी को नीचे ऊपर दिखाने का मंशा नहीं)
मड़ियाहूं नगर पंचायत में 12 प्रत्याशियों ने अपना ताल जनता के बीच ठोक दिया है। लोगों के दुःखों सुखों में पहुंचना भी शुरू कर दिया है। लेकिन जनता के बीच ऐसे ऐसे भी प्रत्याशी खड़े हैं जिसे देखकर पाकिस्तान और भारत का बंटवारा याद आ जा रहा है। नगर पंचायत के चुनाव में कुछ प्रत्याशी तो ऐसे हैं जो केवल यह सोचकर मैदान में उतरने का मूड़ बना चुके हैं कि मुझे हराया गया है तो उसे जीतने नहीं दूंगा। ऐसे में भाजपा की नैया कैसे पार होगी यह एक यक्ष प्रश्न बन रहा है।
उदाहरण के रूप में अगर ले लिया जाए तो 5 वर्ष पूर्व हुए नगर पंचायत के चुनाव में भाजपा से विनोद सेठ प्रत्याशी बनाए गए। लेकिन उस समय भी भाजपा का कद्दावर सिपाही कहने वाले लोग दो धड़ो में बंट चुके थे। जिसका परिणाम रहा कि भाजपा कुर्सी से दूर हो गई। लेकिन भाजपा के लिए जीने मरने की कसम खाने वाले कार्यकर्ताओं को इसका कोई मलाल नहीं रहा। यही हाल रहा तो इस बार भी भाजपा को मुंह की खानी पड़ेगी।
बीआरसी 24 न्यूज अपने सर्वे के दौरान पाया कि मड़ियाहूं नगर में भाजपा पार्टी के कद्दावर नेता तीन से चार धड़ो में बंटे हुए हैं जो अपने अपने चहेते प्रत्याशी के लिए हाथ पैर मार रहे हैं और उन्हीं को ही प्रत्याशी बनाकर चुनाव मैदान में उतारना चाह रहे है।
नगर पंचायत के चुनाव में पैसे का भी रहेगा बोलबाला
नगर पंचायत के चुनाव में इस बार मतदाताओं के बीच पैसे का भी बोलबाला रहेगा। चुनाव उन प्रत्याशियों के लिए कठिन होगा जो केवल पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। सूत्र बताते हैं कि संगठन ऐसे लोगों की भी तलाश कर रही जो खुलकर मतदाताओं को हर स्तर से रिझाने का प्रयास करें और उनके बीच अपना सामंजस्य बैठा पाएं। वैसे तो पार्टी ही नहीं हर सरकार चाहती है कि चुनाव में दारु मुर्गा का बोलबाला ना रहे लेकिन सभी कार्य इससे इतर होता है और खुल कर मतदाताओं के बीच दारु मुर्गा एवं पैसा लुटाया जाता है। पकड़े जाने पर एक दूसरे के सिर पर अपना दोषारोपण मढ़ देते हैं। एक व्यक्तिगत सर्वे के अनुसार नगर पंचायत मड़ियाहूं कि इस चुनाव में इस बार प्रत्याशी 90 लाख से एक करोड़ रुपए खर्च करने का ब्यौरा बना चुके हैं।
धड़ो मे बटने के कारण कार्यक्रम में भी नहीं पहुंचते कद्दावर नेता
अगर भाजपा के कार्यक्रमों को इमानदारी और करीब से देख लिया जाए तो भाजपा के कद्दावर नेता अलग-अलग मुद्रा में गली चौराहों पर बैठते दिखाई पड़ेगे। लेकिन कार्यक्रम में पहुंचना मुनासिब नहीं समझते। पूछने पर सीधे बताते हैं कि मुझे सूचना ही नहीं दी गई। जबकि संगठन का मन्सा होता है कि केवल जानकारी मात्र होने पर ही पार्टी के कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं एवं स्थानीय पदाधिकारियों का पहुंचना अनिवार्य है। मड़ियाहूं नगर के भाजपा कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों के कर्तव्य परायणता को देखने से पता चलता है कि अगर मोदी है तो सब कुछ मुमकिन है।
क्या बोले भाजपा के जिला मंत्री
भाजपा के जिला मंत्री डा. श्याम दत्त दुबे पूछे जाने पर बताया कि अभी तक नगर पंचायतों के चुनाव को लेकर प्रभारी की नियुक्ति नहीं की गई। केवल 12 वृहद नगर पालिका में प्रभारी नियुक्त हुए हैं लेकिन जिला के नगर पंचायतों के लिए प्रभारी की नियुक्ति नहीं हो पाई है। शीघ्र प्रक्रिया पूरी कर प्रत्याशियों से आवेदन लेने का कार्य शुरू करेगें।