जौनपुर। मड़ियाहूं कोतवाली में ब्लाक प्रमुख प्रत्याशी पति द्वारा उधार दिए गए पैसों की मांग करने पर बीडीसी ने कोतवाली पहुंचकर प्रमुख प्रत्याशी पद के ऊपर अपने पक्ष में मतदान करने और नहीं देने पर धमकी देने का आरोप लगाकर गुरुवार की दोपहर शिकायत किया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
“प्रमुख प्रत्याशी ज्योति यादव के पति जय हिंद ने कहा बीडीसी ने उधार के दो लाख लिया था मांगने पर पैसा न देना पड़े कोतवाली में धमकाने का लगाया है आरोप।”
मड़ियाहूं कोतवाली में गुरुवार की दोपहर सलारपुर गांव का विजय बहादुर पटेल पुत्र रामजीत पटेल जो बीडीसी निर्वाचित है। थाना पुलिस के पास पहुंच कर मड़ियाहूं ब्लॉक के प्रमुख रेखा देवी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी कर रहे ज्योति यादव के पति जय हिंद यादव पर आरोप लगाया है कि पिछले ब्लॉक प्रमुख चुनाव में मैं उनके साथ था। लेकिन अब पुनः अविश्वास प्रस्ताव की सुगबुगाहट चल रही है। जिसके चलते सिकरारा थाना के पहसना गांव निवासी ज्योति यादव के पति जय हिंद यादव अपने पक्ष में मतदान करने के लिए धमकी दे रहे हैं। जिसमें हम वर्तमान प्रमुख रेखा देवी की कार्य से संतुष्ट हूं और मैं उनके साथ ही रहना चाहता हूं। लेकिन ज्योति यादव के पति जय हिंद यादव मुझे धमका रहे हैं जिससे प्रार्थी का परिवार काफी भयभीत है। मेरे परिवार के ऊपर कभी भी कोई घटना घट सकती है। इसलिए मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने की बीडीसी ने मांग किया है।
घटना की तहरीरक्षका पता चलते ही मीडिया से रूबरू हुए ज्योति यादव के पति जय हिंद यादव ने बताया कि वह वर्ष भर पूर्व निर्वाचित बीडीसी विजय बहादुर पटेल अपनी घरेलू समस्याओं के लिए मुझसे दो लाख उधार लेकर गया था। संयोग से मैं ब्लाक प्रमुख का चुनाव लड़ गया मेरे अच्छे संबंध रहे और चुनाव में मैं हार गया। इस दौरान मैंने बीडीसी से कई बार अपने पैसों की मांग किया था, लेकिन बीडीसी ने घर की स्थिति खराब होने का हवाला देकर मुझे टालमटोल करता रहा। अब जब मैंने अपने उधार के पैसे की मांग कर रहा हूं तो मेरे खिलाफ कोतवाली में तहरीर दिया है। जबकि अविश्वास प्रस्ताव से बीडीसी का कोई लेना-देना नहीं है। जय हिंद ने कहा कि मेरा पैसा उधार का वापस लौटा दे वह चाहे मेरे पक्ष में मतदान करें और चाहे वर्तमान ब्लाक प्रमुख के पक्ष में मतदान करें उसमें उनकी मर्जी। मेरा कोई लेना देना नहीं है लेकिन पैसा नहीं लौटाएगा तो मैं अपनी पैसा उससे जरूर मांगूगा। पैसे मांगना अगर धमकाना है तो अब हम इसमें क्या कर सकते हैं।