जौनपुर। बरसठी थाना क्षेत्र के चकदोस्त गांव में बसुही नदी किनारे एक विवाहित महिला ने ढाक की जंगल में ढाक के पेड़ से संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगा ली। सूचना जब परिजनों को मिली तो घर में कोहराम मच गया। ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
चकदोस्त गांव के पास बसुही नदी के किनारे स्थित झुरमुट में ढाक के पेड़ में जमीन से पांच फीट की ऊचाई पर कचरहा गांव निवासी सुरेश चौहान की पुत्री ज्योति चौहान 29 वर्ष ने अपने दुपट्टे के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया। मृतक के पिता सुरेश चौहान लखनऊ नगर के बड़े डाकखाने में लेखाकार के पद पर तैनात हैं।
सुबह ग्रामीणों ने ढाक की वन के तरफ शौच करने गए हुए थे जहां ढाक की पेड़ से फांसी लगाकर लटकते हुए ग्रामीणों ने सोमवार की सुबह महिला को देखा। जिसके बाद महिला की फांसी लगने की सूचना गांव में फैलते ही ग्रामीण घटनास्थल की ओर चल दिए। देखते ही देखते जंगल में महिला एवं पुरुषों की भीड़ जुट गई। तब जाकर महिला की पहचान हो सकी। ग्रामीणों की सूचना पर बरसठी थाने से पुलिस ने पहुंचकर शव को पेड़ से उतारा। और परिजनों के द्वारा पंचनामा कराकर पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
घटना के संबंध में बताया जाता है कि लेखाकार सुरेश चौहान अपनी पुत्री ज्योति चौहान की शादी 2020 में सुल्तानपुर जिले में किया था। शादी के एक वर्ष बाद ही ससुराल में किसी बात को लेकर विवाद शुरू हुआ। जिसके कारण वैवाहिक संबंध टूट गया और वर्ष भर से ज्योति अपने मायके में ही निवास कर रही थी। बताया जाता है कि तभी से ज्योति डिप्रेशन का शिकार हो गई थी। लेकिन ज्योति के पिता उसको दूसरी जगह विवाह करने की सांत्वना दे रहे थे। तभी सोमवार की सुबह यह घटना घटने से परिवार में कोहराम मचा गया। मृतक बेटी के घर में माता-पिता के अलावा उसकी दो भाई भी हैं।