जौनपुर(29जन.): बक्शा थाना क्षेत्र के महरापुर कलीचाबाद गाँव निवासी सीआरपीएफ की ११८ वीं वाहिनी के जवान की सोमवार को ब्रेन हैमरेज के कारण मौत हो गई। मंगलवार की रात्रि करीब नौ बजे घर पहुँचे जवान के शव को देख परिजनों में हाहाकार मच गया। राजकीय सम्मान के साथ जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित गुंड, कंगन सोमवार को सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट रविन्द्र कुमार 48 वर्ष की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई। आवश्यक कार्यवाही के पश्चात दिवंगत अधिकारी का शव पूरे सम्मान के साथ दिल्ली से बाबतपुर होते हुए महरापुर पहुँचा। जिला गांदरबल के अंतर्गत गुंड इलाके में सीआरपीएफ की ११८ वीं वाहिनी में तैनात सहायक कमांडेंट रविंद्र कुमार पुत्र स्व.रामा बाबू के छः पुत्रों में चौथे नम्बर पर जवान शिविर में अचानक ही बीमार हो गए। उनके नाक से खून बहने लगा और वह अचेत होकर नीचे गिर पड़े। जवानों ने तत्काल उन्हें निकटवर्ती अस्पताल ले गए जहां उनकी कुछ ही देर बाद मृत्यु हो गई। घटना की सूचना परिजनों को हुई तो हाहाकार मच गया।
मृतक जवान के बड़े भाई ज्ञानपुर भदोही में वरिष्ठ नेत्र परामर्श दाता डॉ. महेन्द्र कुमार ने बताया कि भाई रविन्द्र 2000 में भर्ती हुआ था। करीब दो वर्ष से कश्मीर में तैनात थे। बताया कि 26 व 27 जनवरी को अंतिम बार फोन पर बात हुई थी। फरवरी में आने की बात कह वह अपनी पत्नी सुनीता रानी व परिजनों से बात की। दूसरे भाई राजेन्द्र प्रसाद महोबा में सीनियर एसपीओ के पद पर कार्यरत है। तीसरे भाई की दुर्घटना में मौत हो चुकी है। जबकि पांचवे भाई जितेन्द्र कुमार जनपद में सिंचाई विभाग एवं छठे भाई हरिंद्र कुमार अधिवक्ता है। रविन्द्र की शादी वर्ष 2003 में सुनीता रानी से हुई। सुनीता को मात्र दो पुत्रियां अंशिका 10 वर्ष एवं ऋषिका 6 वर्ष जो घटना से अनभिज्ञ है। पत्नी सुनीता का रो-रोकर बुरा हाल है।
Home / Latest / जौनपुर। जवान की श्रीनगर बार्डर पर ब्रेन हैमरेज से मौत, बक्शा पहुँचा पार्थिव शरीर, जवानों ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर