जौनपुर। मड़ियाहूं कोतवाली क्षेत्र के सदरगंज उत्तरी मोहल्ले में कब्रिस्तान के नाम पर मौर्या के जमीन पर कब्रिस्तान बनाएं जाने को लेकर गुरुवार की सुबह तनाव उत्पन्न हो गया। भारी संख्या में पहुंचे लोगों ने कोतवाली में शिकायत किया। जिसके बाद पुलिस ने एसडीएम के कहने पर शव के लिए बनाए जा रहे कब्र को रोकवा दिया। कोतवाली में दोनों पक्ष को बैठाकर क्षेत्राधिकारी समझौता कराने का प्रयास किया बाद में पहुंची एसपीएम ने अपनी सूझबूझ से मामले का पटाक्षेप किया।
कोतवाली क्षेत्र के सदर गंज उत्तरी निवासी लालजी मौर्या का पौड़ी तारा मोहल्ले में 16 विस्वा जमीन है। बताते हैं कि कई दशक पूर्व उनके जमीन में किसी ने कब्र बनाकर दफना दिया था जिसके बाद मामला शव का होने के नाते लालजी मौर्या उस समय नहीं बोले।
दो दिन पूर्व लालजी मौर्या के जमीन में आराजी नंबर 434 में 14.3.2020 का एक कब्रिस्तान लिखा पत्थर का शिलापट्ट गाड़ दिया। इस बात की भनक लालजी मौर्य के पुत्र गिरजा शंकर को लगी तो मौके पर पहुंचकर नसब पत्थर को हटाकर दूसरी जगह रख दिया।
गुरुवार की सुबह काजीकोट निवासी मुख्तार की साली की मौत हो गई। जिसके बाद उनके शव को मिट्टी देने के लिए कब्र को पौड़ी तारा में आकर गिरजा शंकर मौर्या की जमीन पर खोदी जाने लगी। तो परिजनों ने आकर कब्र खोदने से मना कर दिया।
इसके तुरंत बाद मड़ियाहूं के एक सभासद ने पहुंचकर मौर्या के जमीन को जुम्मन खाते की जमीन बताते हुए कब्रिस्तान खोदने पर आमादा हो गए । जिसके बाद दोनों पक्षों में तनाव की स्थिति पैदा हो गई। सूचना पर पहुंची मड़ियाहूं कोतवाली पुलिस हिंदू एवं मुस्लिम पक्ष को कोतवाली लाई। और क्षेत्राधिकारी अशोक कुमार सिंह दोनों पक्षों को बैठा कर पंचायत करने के लिए लगे एक तरफा पंचायत के कारण मामला बढ़ता जा रहा था। पीड़ित जयशंकर मौर्या अपने जमीन में कब्रिस्तान नहीं बनाने देने पर अड़े हुए थे।सूचना पर उपजिलाधिकारी मड़ियाहूं श्रीमती अर्चना ओझा नायब तहसीलदार संतोष कुमार सिंह ने आराजीदार जयशंकर मौर्य के कागजातों की जांच कराई तो जहां कब्र खोदी जा रही थी जयशंकर मौर्या की जमीन निकली। जिसके बाद उप जिलाधिकारी मड़ियाहूं अर्चना होता ने मौके पर पहुंचकर नगर पंचायत अध्यक्ष पति कमाल फारुकी के सहयोग से दूसरे कब्रिस्तान में शव दफनाने के लिए राजी कराया। जहां पर देर शाम शव को दफनाया गया।
विवाद को लेकर बजरंग दल एवं हिंदू युवा वाहिनी के सैकड़ों कार्यकर्ता कोतवाली के आसपास जमा हो गए थे मामले की गंभीरता भांफते हुए मड़ियाहूं कोतवाल किशोर चौबे भी सतर्क हो गए थे।
मामले में कोतवाल किशोर कुमार चौबे ने बताया कि जयशंकर मौर्या के जमीन में कब्र खोदी जा रही थी जिसे रोक दिया गया है। जांच के बाद पता चला कि उपरोक्त जमीन मौर्या परिवार की है, किसी भी दशा में वहां कब्रिस्तान नहीं बनने पाएगा।