जौनपुर। मड़ियाहूं तहसील परिसर में लेखपाल द्वारा काश्तकार से पैमाईश में फाट बनाने के लिए पांच हजार की घूस लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिखा पढ़ी के साथ अपने साथ वाराणसी ले गई। लेखपाल की गिरफ्तारी से तहसील परिसर में गहमागहमी का माहौल बना रहा, हर कोई घूसखोरी मामले की जानकारी के लिए एंटी करप्शन टीम के पीछे लगे रहे लेकिन पुलिस ने सभी को हटा दिया।
मड़ियाहूं तहसील के जवंसीपुर गांव निवासी राज बहादुर सिंह अपनी जमीन में दफा 24 के तहत अपनी जमीन में फाट के अंश का रिपोर्ट लगाने के लिए लेखपाल अजय सिंह पटेल के पास महीनों से दौड़ लगा रहा था। लेकिन लेखपाल 10 हजार घुस लिए बिना फाट बनाने के लिए तैयार नहीं था। जिसके लिए काश्तकार ने लेखपाल से काफी मिन्नतें किया तो वह पांच हजार पर फाट बनाने के लिए राजी हुआ।
जिसके बाद शिकायतकर्ता राज बहादुर सिंह पुत्र गिरजा शंकर सिंह निवासी जवंसीपुर ने वाराणसी स्थित एंटी करप्शन टीम से संपर्क किया और लेखपाल से शुक्रवार को पैसे देने की बात हुई।
शुक्रवार की सुबह एंटी करप्शन टीम पूरे तहसील परिसर में लेखपाल के आसपास अपना घेराबंदी शुरू किया 12:40 बजे काश्तकार राज बहादुर सिंह ने तहसील परिसर में लेखपाल अजय सिंह पटेल के पास पहुंचकर एंटी करप्शन टीम द्वारा दिए गए पैसे को दिया जैसे ही लेखपाल ने पैसे लेकर अपनी जेब में रखा उसी समय पास खड़ी टीम ने लेखपाल को गिरफ्तार कर लिया। लेखपाल की गिरफ्तारी से तहसील परिसर में गहमागहमी का माहौल बना रहा, सभी गिरफ्तारी का कारण जानने के लिए एंटी करप्शन टीम के पास पहुंच गए। जब लोगों को पता चला कि एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल को रंगे हाथ घुस लेते हुए पकड़ा है तब शांत हुए। एंटी करप्शन टीम के प्रभारी उपेंद्र सिंह यादव इंस्पेक्टर संध्या सिंह, विनोद कुमार यादव ने गिरफ्तार लेखपाल को लेकर कोतवाली पहुंच कर तुरंत पानी से हाथों को धुलवाया और पानी का सैंपल बोतल में भर लिया। एंटी करप्शन टीम प्रभारी इंस्पेक्टर उपेन्द्र सिंह यादव ने बताया कि आवश्यक लिखा पढ़ी के बाद गिरफ्तार लेखपाल को वाराणसी ले जाया जाएगा जहां से अग्रिम कार्रवाई किया जाएगा।