जौनपुर। मड़ियाहूं तहसील के रामनगर गांव में बीते सोमवार की रात हुई गोलीकांड के 4 दिन बीत जाने के बाद भी फरार मुख्य आरोपी आकाश उर्फ राजू यादव को पुलिस गिरफ्तार करने में नाकाम रही, जबकि घटना को अंजाम देने में उकसाने वाली आरोपी की गिरफ्तार माता को बुधवार को ही जेल भेज दिया गया है।
बीते 2 मई की रात सूर्यबली का बेटा आकाश उर्फ राजू ने अपने बड़े पिता राजबली यादव को ताबड़तोड़ कई गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया, वही गोलीकांड में मृतक राजबली की पत्नी, बहू, नाती एवं उनका बेटा बीरेंद्र यादव भी घायल हो गया था।
पुलिस की जांच में आरोपी आकाश उर्फ राजू को हत्या जैसी वारदात करने के लिए शामिल उसकी माता अमृता देवी उकसाने का काम किया था और घटना को अंजाम देने के लिए उसी दिन आरोपी आकाश यादव घर पर आया था।
पुलिस की पूछताछ में जेल भेजते वक्त अमृता ने कबूल किया था कि राजबली यादव एवं उसके परिवार के लोग मेरे बेटे आकाश उर्फ राजू के विषय में आए दिन अपराधी होने का ताना मारते थे। मैं घर पर जब उनकी बातों को सुनती थी तो मुझे गुस्सा आता था। घर पर 2 माह से बेटे के नहीं आने से प्रतिदिन कोई न कोई बात राजबली यादव के घर से होती रहती थी जिसके कारण मैं तंग आ चुकी थी। इन सब बातों की जानकारी फोन से अपने बेटे को दे दिया था।
आरोपी आकाश यादव उर्फ राजू अपनी मां की बातों पर विश्वास कर सोमवार की रात घर पहुंचा और ताबड़तोड़ कई गोलियां चलाकर राजबली को मौत के घाट उतार दिया और जो भी राजबली को बचाने पहुंचा उसे भी गोली मारकर घायल कर दिया और मौके से फरार हो गया।
पुलिस ने बुधवार 04 मई को जयसिंहपुर बाजार से सुबह 10.50 पर मुख्य आरोपी के माता अमृता को गिरफ्तार करने का दावा करते हुए जेल भेज दिया है। जबकि घटना के दिन ही क्षेत्राधिकारी मड़ियाहूं संत प्रसाद उपाध्याय ने माता के गिरफ्तारी का कबूलनामा दे दिया था।
मामले में पुलिस ने धारा 307, 302, 504, 120 बी भादवि का मुकदमा कायम किया था।