जौनपुर। मड़ियाहूं तहसील के काजीहद गांव निवासी वृद्ध गुरुवार की अपराकान एसडीएम के पास पहुंचकर संक्रमणीय भूमिधर के बजाय बंजर खाते की भूमि पर विपक्षी द्वारा क्षेत्रीय लेखपाल को साजिश में करके अवैधानिक तरीके से सीमांकन कराकर विवाद उत्पन्न कर देने से आए दिन मारपीट एवं गाली-गलौज हो रही है। लेखपाल के रवैया के चलते किसी दिन गांव में बड़ी घटना होने का अंदेशा वृद्ध ने व्यक्त किया है।
नेवढ़िया थाना क्षेत्र के काजीहद गांव निवासी भगेलु ने गुरुवार की अपराह्न उपजिलाधिकारी मड़ियाहूं कार्यालय पहुंचकर एसडीएम अर्चना ओझा को शिकायती पत्रक देते हुए बताया कि गांव में 427 बंजर खाते और उसी के बगल 428 संक्रमणीय भूमिधर की जमीन है। जबकि विपक्षी जगदीश व सुभाष पुत्रगण छबीले बिना वैधानिक सीमांकन प्रार्थना पत्र दिए क्षेत्रीय लेखपाल को अपनी साजिश में करके गाटा 427 के बजाय गाटा संख्या 428 का सीमांकन कराकर मौके पर विवाद उत्पन्न कर दिया है।
इस मामले में विपक्षी को धारा 24 के अंतर्गत नियमानुसार सीमांकन का प्रार्थना पत्र देकर गाटा संख्या 428 का सीमांकन होना चाहिए था। संक्रमणीय भूमिधर का सीमांकन सही नहीं होने से विपक्षी हमेशा आमादा फौजदारी मारपीट हो जा रहा है। जिससे शांति व्यवस्था भंग होने की प्रबल संभावना हमेशा बनी हुई है। किसी भी समय गांव में बड़ी घटना घट सकती है।
उपजिला अधिकारी अर्चना ओझा ने पीड़ित भगेलु को दूसरे हल्का लेखपाल से पैमाइश कराने का आश्वासन दिया है।