राजेन्द्र प्रसाद विश्वकर्मा की रिपोर्ट
जौनपुर(22जन.)। मुफ्तीगंज विकास खंड के पसेवां मई घाट पर क्षेत्र की जनता आधा अधूरे पुल होने के कारण अपनी जान जोखिम में डाल कर नाव से गोमती नदी को पार करते है। जब कि बसपा शासन में 15 सितम्बर 2011में इस पुल का शिलान्यास बसपा शासन में रहे मंत्री द्वारा किया गया था यह आधा अधूरा पुल यह बयां कर रहा है कि यह पुल बन जाय तो क्षेत्र की जनता आने जाने में कोई कठिनाई नहीं होती।
बता दे कि पसेवां मई घाट पर आधाअधूरा पुल पूर्ण रूप से बन जाता तो जलालपुर जाने के लिए केवल 12किमी ही चलना पड़ता। और नाव का सहारा भी नहीं लेना पड़ता। जलालपुर जाने के लिए केराकत का चक्कर काटते हुए जलालपुर पहुंचने के लिए कम से कम 35 से 40 किमी की दूरी लोगों को तय करना पड़ती है। इसलिए जनता दूरी बचाने के लिए 12 किमी दूरी को बाइक सवार नाव पर बाइक चढ़ा कर अपना जान जोखिम में डाल कर पार जाते है। यदि पुल बन जाता तो अहन, मुर्तजाबाद, कदहरा, देवकली, पसेवां, नईबाजार, तरियारी, जैसे कम से कम पचासो गांवों को सहुलियत मिलती। पुलिस के पार आने के लिए कई गांव प्रभावित होते हैं। पांच साल सपा सरकार चली अब भाजपा सरकार चल रही है किसी भी प्रतिनिधि को इस क्षेत्र की जनता की परवाह नहीं है।