जौनपुर। नेवढ़िया थाना क्षेत्र के सलारपुर गांव में शनिवार शाम संदिग्ध परिस्थितियों में युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। परिजनों ने एक निजी चिकित्सालय के संचालक के ऊपर युवक को आत्महत्या करने के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाया है।
जानकारी के अनुसार नेवढ़िया थाना क्षेत्र के सलारपुर गाँव के बाँकेलाल विश्वकर्मा का 24 वर्षीय रोहित विश्वकर्मा चढ़ई ढेकहा में एक निजी चिकित्सालय में नौकरी करता था। परिजनों का माना जाए तो रोहित करीब एक हफ्ते से मानसिक परेशानी में रहता था। शनिवार की सुबह वह काम करने के लिए अपने चिकित्सालय पर गया था। जहां से 12:30 बजे वापस लौट आया। घर के अंदर इधर उधर करने के बाद रोहित घर के पीछे वाले कमरे में चला गया काफी देर बाद जब वह नहीं लौटा तो उसकी मां और छोटा भाई उसको बुलाने के लिए कमरे की तरफ गए तो दरवाजा बंद था उन्होंने पुकार कर रोहित को बुलाया लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आई परिजनों ने आशंका हुई तो पीछे जाकर झरोखे से देखा तो वह पंखे के सहारे चादर का फांसी लगाकर लटक रहा था रोहित की मां ने शोर मचाया तो घर के और लोग आ गए और दरवाजे को तोड़कर उसे फांसी से उतारा और तुरंत एक निजी चिकित्सालय में इलाज के लिए ले गए जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया किसी ने सूचना थाने पर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मामले में परिजनों ने आरोप लगाया है कि जहाँ मृतक काम करता था उस अस्पताल के संचालक ने 30 सितम्बर को अपना कार दिया था। जो टक्कर हो जाने के बाद क्षतिग्रस्त हो गया। जिसके लिये अस्पताल के संचालक सच के रस कार को बनवाने की लिए नई तक से पैसे की मांग करते हुए प्रताड़ित कर मारते पिटते थे। इसी बात को लेकर वह आत्महत्या करने पर मजबूर हो गया। मामले में थानाध्यक्ष नेवढ़िया कमलेश कुमार ने बताया कि मौके से शव को कब्जे में लेकर पंचनामा कराकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है और घटना की छानबीन की जा रही है।