जौनपुर। खुटहन थाना क्षेत्र के मोजीपुर गांव के बैरागीपुरवा में गुरुवार की रात एक दिव्यांग ब्यक्ति की घर के सामने स्थित कूएँ में गिर जाने से मौत हो गई। बचाव के लिए रस्सी के सहारे कूएं में उतर रहा युवक दम फूलने की बात कही। ग्रामीणो ने समझदारी कर उसे ऊपर खींच लिया। घंटो बाद पहुंचे फायर ब्रिगेड के जवानो ने किसी प्रकार शव को कूएं से बाहर निकाला। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अंत्य परीक्षण हेतु भेज दिया है।
गाँव निवासी 40 वर्षीय परषोत्तम यादव एक पैर से दिव्यंग था। स्वजनो ने बताया कि वह गुरूवार की रात लघुशंका हेतु बिस्तर से उठकर घर के सामने की तरफ गया। तभी कूएं में कुछ गिरने की आवाज सुनाई दी। परिवार के लोग भागकर कूएं पर पहुँचें। टार्च की रोशनी में देखे तो कीचड़युक्त कूएं में परषोत्तम औधे मुंह पड़े हुए थे। शोरगुल सुन तमाम ग्रामीण जुट गए। उसकी जान बचाने के लिए गांव के ही साहसी युवक पिंटू यादव रस्सी के सहारे कूएं उतरने को तैयार हो गये। रस्सी का एक सिरा अपनी कमर में बांध तथा दूसरा सिरा ग्रामीणो ने मजबूती से पकड़ लिया। वह टार्च की रोशनी में निचे उतरने लगा। अभी वह तल से पांच – छह फिट ऊपर ही था कि उसने चिल्लाकर कहा कि नीचे दम घुट रहा है। ग्रामीणो ने समझादारी कर बगैर समय गंवाए उसे ऊपर खींच लिया। इससे कयास लगाए जा रहे है कि परषोत्तम की मौत का कारण जहरीली गैस है। बाद में पहुंचे फायर ब्रिगेड के जवानो ने कूएं में पानी कर शव को बाहर निकाल लिया। एक पैर से दिव्यांग पुरुषोत्तम अपने पिता की इकलौती संतान थे। लगभग एक वर्ष पूर्व उनकी माता भी स्वर्ग सिधार गई थी। इस हालत में भी वे और उनके बृद्ध पिता राम अवध यादव मेहनत मजदूरी करके परिवार चलाते थे। उनकी दुर्घटना में हुई मौत से जहाँ पत्नी पुष्पा देवी बेसहारा हो गई वहीं नौ वर्षीय पुत्री लक्ष्मी के सिर से पिता का साया उठ जाने से वह अनाथ हो गई। बृद्ध पिता इकलौते चिराग के बुझ जाने से वे मर्माहत है। स्वजनो के करुण क्रंदन से गांव में शोक की लहर व्याप्त हो गई है।