जौनपुर। बरसठी थाना क्षेत्र के हरिद्वारी ग्राम पंचायत के शेखनपुर गांव के दलित बस्ती निवासी राजदेव गौतम 85 वर्ष एवं जयंती देवी 80 वर्ष का मौत भले ही रहस्य बन चुका है। लेकिन 20 वर्ष पूर्व विधवा हो चुकी मृतक वृद्ध की बहू प्रमिला देवी पूरी तरह सास और ससुर के मौत से टूट चुकी है। बुधवार की सुबह से ही उसे कुछ सूझ नहीं रहा है कि आखिर उसके सास-ससुर की ऐसे कैसे मौत हो गई। दंपति परिवार के मौत की पहेली दरवाजे पर भी आकर अटक जा रही है जो किसी के भी गले नहीं उतर रही है। और शक की सुई पर बहू प्रमिला और उसकी बेटी पूजा पर लोगों की निगाहे घूम रही है।
बहु प्रमिला का माना जाए तो मंगलवार की शाम सब कुछ सामान्य था रात 8:00 बजे सास ससुर को खाना खिलाने के बाद जब दोनों सो गए तो अपनी बेटी के साथ वह भी बगल के घर में जाकर सो गई। सुबह उठ कर घर की चौका बर्तन करके अंगीठी पर चाय बनाकर ससुर के कमरे के पास पहुंची और आवाज दिया। लेकिन अंदर से कोई सुगबुगाहट नहीं होने पर अपनी बेटी पूजा को भी बुला लिया। काफी देर तक बेटी भी दादा दादी को चिल्लाती रही लेकिन जब दरवाजा नहीं खोला तो शक गहराता गया। मां बेटी ने गांव के प्रधान पुत्र को फोन कर बुलवाया तब तक आसपास के लोग भी जूट गए थे। प्रधान पुत्र ने आसपास के सहयोग से दरवाजे को तोड़कर अंदर देखा तो वहां का नजारा जो भी देखा वह हतप्रभ रह गया। बहु एवं नातिन की रोने की आवाज से दलित बस्ती गुँजने लगा जो भी इस हृदय विदारक घटना को सुना वृद्ध दंपति के घर पहुंच गया।
घटना के बारे में प्रथम दृष्टया खपरैल के कच्चे घर पर नजर दौड़ाई गई तो वृद्ध दंपति का लाठी दरवाजे के पास पड़ी हुई थी। अंदर एक मिट्टी के तेल का गैलन फेंका हुआ पड़ा था जिसमें थोड़ी सी मिट्टी का तेल बचा हुआ था। गैलन के पास अधजली माचिस भी पड़ा हुआ था। जब दोनों दंपति की शव पर नजर गई तो पता चला कि वृद्ध जयंती देवी के गले में गमछा लपेटा हुआ था यही मृतक के शव को दूसरी तरफ सोचने को मजबूर कर रही थी। दोनों शवों के पास जली हुई अधजली बीड़ी भी पड़ी हुई थी। जो घटना को संदिग्ध रूप में परिवर्तित कर रहा था। सूचना पर पहुंचे बरसठी थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर श्यामदास वर्मा ने मौके की स्थिति को देखते हुए दोनों शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस संबंध में जब उनसे जानकारी चाही गई तो उन्होंने वृद्ध दंपति का बीड़ी से मौत होना बताया गया। लेकिन बीड़ी और घटना स्थल से मिले डिब्बे में पाया गया मिट्टी का तेल और जली हुई माचिस की डिब्बी कुछ अनसुलझे सवाल की तरह इंस्पेक्टर के बातों को झुठला रही थी। हरिद्वारी के शेखनपुर गांव में मंगलवार की रात घटी घटना में आसानी से दंपति अपना प्राण गवां दिया यह बात यक्ष प्रश्न बनकर लोगों के जेहन में घूम रहा है। घटना के पीछे पुलिस के कार्यप्रणाली में कहीं भी मामले को लेकर संजीदगी नही दिखी है ऐसा लगता है कि पुलिस इस मामले को अभी से बंद करने के मूड़ में दिख रही है। लेकिन सभी की आंखे पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर टिकी हुई हैं।