जौनपुर। होली के त्योहार को ध्यान में रखते हुए क्षेत्र के सुप्रसिद्ध पशु चिकित्साधिकारी डाक्टर आलोक सिंह पालीवाल ने शनिवार को पशुपालकों से पालतू पशुओं से दूर होली खेलने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि होली के त्यौहार को देखते हुए समूचा बाजार रासायनिक रंगों से भरा पड़ा है, जो इन्सानो के साथ साथ पशुओ के लिए भी नुकसानदायक है। खेलने के दौरान उपयोग किया जाने वाले अबीर, गुलाल व रंग मेंअभ्रक लेड, मरक्यूरस आदि जैसे खतरनाक रसायनों के अलावा मिट्टी और बालू का भी मिश्रण पाया जाता है, जो स्वास्थ के लिए खतरनाक होता है। ऐसे में उनमें त्वचा, आॕख, नाक व पाचन से सम्बन्धी तमाम समस्याएं हो जाती हैं। कुत्तों के सबंध में उन्होंने कहा कि बहुधा कुत्तों को भी सूखा रंग लगाते लोगों को देखा जाता है जो सरासर गलत है।कुत्तों का त्वचा काफी संवेदनशील होता है, इस तरह से उनमें त्वचा के साथ साथ श्वास और आॕख सम्बन्धी बिमारी हो सकती है। उन्होंने रंगों के घोल को भी पशुओं से दूर रखकर खेलने की सलाह दी जाती है।